राजस्थान में गुंडों-बदमाशों और अपराधियों ने मचा रखा आतंक : सांसद बालकनाथ
मालपुरा (पवन टेलर) : उपखंड मुख्यालय के समीप स्थित धार्मिक नगरी डिग्गी में दो दिन पूर्व हुई संत सियाराम दास बाबा की निर्मम हत्या के बाद शुक्रवार भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं अलवर सांसद महंत बालकनाथ डिग्गी पहुंचे। डिग्गी के भूरिया महादेव मंदिर में सर्वसमाज की ओर से आयोजित श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे महंत बालकनाथ ने दिवंगत संत की तस्वीर पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि सभा में महंत बालकनाथ के साथ हाथोज धाम के बालमुकुंदाचार्य महाराज एवं कई साधु-संत मौजूद रहे। सभा को संबोधित करते हुए महंत बालकनाथ ने राज्य की गहलोत सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए जमकर निशाने साधे। साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक दिवंगत संत की आत्मा को न्याय की प्राप्ति नहीं हो जाती है, तब तक उनका अस्थि विसर्जन एवं अन्य कोई क्रियाक्रम नहीं किया जाएगा और हत्यारों के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा।
डिग्गी के भूरिया महादेव मंदिर में बुजुर्ग संत सियाराम दास बाबा की हत्या के बाद शुक्रवार को उनकी आत्मा की शांति के लिए सर्वसमाज की ओर से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। श्रद्धांजलि सभा में डिग्गी कस्बे समेत आसपास के क्षेत्रों से सैंकडों महिला-पुरूषों के साथ ही कई साधु-संतों ने भी दिवगंत संत को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए भाग लिया। इस दौरान भाजपा की तीन सदस्यीय टीम में शामिल पार्टी के फायरब्रांड नेता एवं अलवर सांसद बालकनाथ भी यहां पहुंचे। श्रद्धांजलि सभा में पहुंचने पर सांसद बालकनाथ ने सबसे पहले संत की समाधि बनाए जाने वाले स्थान को नमन किया और फिर उनकी तस्वीर पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद साधु-संतों के साथ बैठकर इस मामले में मंत्रणा की और सभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में सांसद बालकनाथ ने राज्य की गहलोत सरकार पर जमकर निशाने साधे।
सांसद ने कहा कि राजस्थान में अपराधियों को संरक्षण मिलने की वजह से राज्य में अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं और अपराधियों के हौसले बुलंद है। उन्होंने कहा कि आज से तीन दिन पहले यहां एक संत की हत्या किए जाने के बाद आज उनको न्याय दिलाने के लिए हम सब यहां एकत्र हुए हैं और जब तक हत्यारों को गिरफ्तार कर सख्त सजा नहीं मिल जाती है, जब तक दिवंगत संत की आत्मा को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक न तो उनका अस्थि विसर्जन किया जाएगा और न ही कोई अन्य क्रियाकर्म किया जाएगा। इसलिए पुलिस-प्रशासन को चाहिए कि जल्द से जल्द हत्यारों की गिरफ्तारी हो और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए।
राजस्थान में अपराधियों ने मचा रखा है आतंक
सांसद बालकनाथ ने कहा कि डिग्गी की घटना को लेकर समस्त संत समाज मे रोष है। राजस्थान में अपराधियों को संरक्षण देने वाले लोगों के खिलाफ में सबको खड़ा होना पड़ेगा। जो संत भगवान में लीन रहते थे, उनकी हत्या हो जाती है। यह सुनकर ही हम सबका खून खोल उठता है। यह घटना उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या की याद दिलाती है। इससे बुरी स्थिति आज राजस्थान में क्या होगी। जिस प्रकार की घटनाएं राजस्थान में पिछले साढ़े चार साल में घटित हो रही है, यह हमारे आने वाले भविष्य पर खतरा है, हमारे आने वाले इतिहास पर खतरा है। राजस्थान में अपराधियों ने गुंडों ने बदमाशों ने आतंक मचा रखा है। सरकार मालपुरा में धार्मिक यात्रा पर प्रतिबंध लगाने का काम कर रही है। हमारी कावड़ यात्रा जो मालपुरा से गुजरती है, उसे भी साढ़े तीन साल से प्रबंधित कर रखा है। यह सत्ता में बैठे लोग किस प्रकार के लोकतंत्र की बात करते हैं। यह तुष्टीकरण की राजनीति नहीं है तो क्या है। आजाद भारत में हम अपने धार्मिक पर्व नहीं मना सकते। त्योहारों का समय आता है तो उस समय धारा 144 लगा दी जाती है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को सौंपी जाएगी जांच रिपोर्ट
गौरतलब है कि रक्षाबंधन से ठीक पहले की रात अपने आश्रम में सो रहे संत सियाराम दास बाबा की निर्मम हत्या के बाद तीन दिन गुजर जाने के बावजूद अभी तक पुलिस के हाथ कोई अहम सुराग नहीं लगा है। वहीं इस मामले में भाजपा की ओर से भी तीन सदस्यीय ठीम बनाई गई है। इस टीम में सीकर सांसद सुमेधानंद, टोक-सवाईमाधोपुर सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया और अलवर सांसद महंत बालकनाथ शामिल है। सांसद सुमेधानंद और सुखबीर सिंह जौनापुरिया पहले ही डिग्गी में घटनास्थल का दौरा कर चुके हैं। बालकनाथ के दौरे के बाद अब भाजपा की यह टीम अपनी जांच रिपोर्ट भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सी पी जोशी को सौंपेगी।
महंत की हत्या को लेकर आक्रमक मूड में भाजपा
डिग्गी में तीन दिन पहले ही बुधवार को मंदिर में महंत की हत्या की घटना सामने आई थी। वहीं, घटना के विरोध में आक्रोशित लोगों ने बाजार बंद कर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की थी। भले ही इस मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की है, लेकिन अब तक इस हत्याकांड का खुलासा नहीं हो सका है। ऐसे में भाजपा चुनावी साल के मद्देनजर महंत की हत्या को लेकर आक्रमक मूड में दिखाई दे रही है और राजस्थान की गहलोत सरकार के खिलाफ आक्रमक तेवर अपनाए हुए हैं, वहीं स्थानीय लोगों में भी इस हत्याकांड के विरोध में पुलिस के खिलाफ गहरा आक्रोश देखने को मिल रहा है।
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