रामनाथ कोविंद बने देश के 14वें राष्ट्रपति, 3 लाख से ज्यादा वोटों से दी मीरा कुमार को मात
नई दिल्ली। देश का 14वां राष्ट्रपति चुने जाने के लिए 17 जुलाई को हुए मतदान के बाद आज संसद भवन में हुई मतगणना के सभी राउंड पूरे होने के बाद कोविंद देश के अगले राष्ट्रपति चुन लिए गए हैं। हालांकि इसकी औपचाीिरक घोषणा होना अभी शेष है। मतगणना के पहले राउंड के नतीजों में ही कोविदं विपक्ष की प्रत्याशी मीरा कुमार से आगे चल रहे थे, जो लगातार आगे ही बढ़ते चल गए और आखिरकार कोविंद ने मीरा कुमार को 3 लाख 34 हजार 730 वोटों से मात देकर देश के महामहीम की कुर्सी हासिल की है।
मतगणना के बाद सामने आ रहे नतीजों के मुताबिक, एनडीए प्रत्याशी रामनाथ कोविंद ने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की है। मतगणना में कोविंद ने 66 फीसदी वोट हासिल किए, वहीं यूपीए प्रत्याशी मीरा कुमार को 24 प्रतिशत वोट ही मिले। कोविंद को कुल 7 लाख 2 हजार 44 वोट मिले, वहीं मीरा कुमार को 3 लाख 67 हजार 314 वोट प्राप्त हुए।
निर्वाचन अधिकारी एवं लोकसभा महासचिव जनरल अनूप मिश्रा ने बताया कि संसद और 11 राज्यों के वोटों की गिनती के बाद एनडीए के रामनाथ कोविंद कांग्रेस समेत 17 दलों की साझा उम्मीदवार मीरा कुमार से करीब तीन लाख वोटों से आगे हैं। मिश्र के अनुसार रामनाथ कोविंद को कुल 1338 वोट मिले हैं जिनका प्रतिनिधिक मूल्य चार लाख 79 हजार 585 वोट हुआ। वहीं मीरा कुमार को कुल 576 वोट मिले हैं, जिनका प्रतिनिधिक मूल्य दो लाख चार हजार 594 वोट हुआ। कुल 37 वोट अवैध पाए गए हैं।
वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस के लिए एक बुरी खबर ये है कि खबरों के अनुसार गुजरात के आठ विधायकों ने पार्टी की उम्मीदवार मीरा कुमार को वोट न देकर रामनाथ कोविंद को वोट दिया। गुजरात में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। राष्ट्रपति चुनाव में कुल 776 सांसद और 4120 विधायक वोट देने के पात्र थे। चुनाव में 99.41 प्रतिशत मतदान हुआ था। गौरतलब है कि वोटों की काउंटिंग चार टेबलों पर आठ राउंड में होनी है। मतगणना के सभी राउंड पूरे होने के बाद शाम 5 बजे अंतिम नतीजे घोषित किए जाएंगे। राष्ट्रपति चुनाव में इस बार 99% वोटिंग हुई है। रिटर्निंग ऑफिसर के मुताबिक यह आंकड़ा अभी तक सबसे ज्यादा है।
आपको बता दें कि इस बार राष्ट्रपति चुनाव दलित बनाम दलित का था। एनडीए ने 20 जून को रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया, जो कि दलित जाति से आते हैं और बिहार के गवर्नर रह चुके हैं। वहीं विपक्ष ने अपने उम्मीदवार के तौर पर मीरा कुमार के नाम का ऐलान किया। मीरा कुमार भी दलित समुदाय से आती हैं, जो कि दिवंगत दलित नेता बाबू जगजीवन राम की बेटी हैं और लोकसभा स्पीकर भी रह चुकी हैं।
मतगणना के बाद सामने आ रहे नतीजों के मुताबिक, एनडीए प्रत्याशी रामनाथ कोविंद ने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की है। मतगणना में कोविंद ने 66 फीसदी वोट हासिल किए, वहीं यूपीए प्रत्याशी मीरा कुमार को 24 प्रतिशत वोट ही मिले। कोविंद को कुल 7 लाख 2 हजार 44 वोट मिले, वहीं मीरा कुमार को 3 लाख 67 हजार 314 वोट प्राप्त हुए।
निर्वाचन अधिकारी एवं लोकसभा महासचिव जनरल अनूप मिश्रा ने बताया कि संसद और 11 राज्यों के वोटों की गिनती के बाद एनडीए के रामनाथ कोविंद कांग्रेस समेत 17 दलों की साझा उम्मीदवार मीरा कुमार से करीब तीन लाख वोटों से आगे हैं। मिश्र के अनुसार रामनाथ कोविंद को कुल 1338 वोट मिले हैं जिनका प्रतिनिधिक मूल्य चार लाख 79 हजार 585 वोट हुआ। वहीं मीरा कुमार को कुल 576 वोट मिले हैं, जिनका प्रतिनिधिक मूल्य दो लाख चार हजार 594 वोट हुआ। कुल 37 वोट अवैध पाए गए हैं।
वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस के लिए एक बुरी खबर ये है कि खबरों के अनुसार गुजरात के आठ विधायकों ने पार्टी की उम्मीदवार मीरा कुमार को वोट न देकर रामनाथ कोविंद को वोट दिया। गुजरात में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। राष्ट्रपति चुनाव में कुल 776 सांसद और 4120 विधायक वोट देने के पात्र थे। चुनाव में 99.41 प्रतिशत मतदान हुआ था। गौरतलब है कि वोटों की काउंटिंग चार टेबलों पर आठ राउंड में होनी है। मतगणना के सभी राउंड पूरे होने के बाद शाम 5 बजे अंतिम नतीजे घोषित किए जाएंगे। राष्ट्रपति चुनाव में इस बार 99% वोटिंग हुई है। रिटर्निंग ऑफिसर के मुताबिक यह आंकड़ा अभी तक सबसे ज्यादा है।
आपको बता दें कि इस बार राष्ट्रपति चुनाव दलित बनाम दलित का था। एनडीए ने 20 जून को रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया, जो कि दलित जाति से आते हैं और बिहार के गवर्नर रह चुके हैं। वहीं विपक्ष ने अपने उम्मीदवार के तौर पर मीरा कुमार के नाम का ऐलान किया। मीरा कुमार भी दलित समुदाय से आती हैं, जो कि दिवंगत दलित नेता बाबू जगजीवन राम की बेटी हैं और लोकसभा स्पीकर भी रह चुकी हैं।
No comments