नवनियुक्त कनिष्ठ लेखाकारों का प्रशिक्षण आरंभ
अजमेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग से नवनियुक्त कनिष्ठ लेखाकारों का जिला स्तरीय प्रशिक्षण सोमवार को जयपुर रोड स्थित राजस्व अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (आरआरटीआई) में आरंभ हुआ।
कोषाधिकारी एवं पाठ्यक्रम निदेशक मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि उद्घाटन अवसर पर राजस्व मण्डल की निबंधक विनिता श्रीवास्तव ने कहा कि राजकीय विभागों में कनिष्ठ लेखाकार की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। प्रशिक्षण के दौरान संवाद पर विशेष जोर दिया जाना आवश्यक है। इसी से प्रशिक्षणर्थियों लेखाक्षेत्र की बारिकियों को समझने में सहायता मिलेगी। राजकीय कार्यों में लेखाशाखा एक महत्वपूर्ण शाखा है। इसे कार्यालय की मुख्य कड़ी माना जाता है।
अतिरिक्त संभागीय आयुक्त के.के.शर्मा ने कहा कि लेखाकारों को प्रशिक्षण के दौरान कार्यालय क्रियाविधि की विशेष जानकारी दी जानी चाहिए। कार्यालय के दैनिक क्रियाकलापों में कनिष्ठ लेखाकार के कत्र्तव्यों के बारे विस्तारपूर्वक बताया जाना चाहिए। कोष एवं लेखाधिकारी के सेवानिवृत निदेशक के.सी.टेलर ने कोषागार नियम तथा कनिष्ठ लेखाकार के उत्तरदायित्वों पर जानकारी दी।
मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि उद्घाटन समारोह में अतिथियों को पौधे भेेंट कर एक नयी परम्परा आरम्भ की गई। इस 10 दिवयीय प्रशिक्षण में प्रशिणर्थियों को सैद्धान्तिक पक्ष के साथ-साथ आॅनलाइन प्रायोगिक प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। इसके लिए डेमो साईटस की व्यवस्था की गई है। प्रशिक्षण में आईएफएमएस, राजकोष, पैमैनेजर एवं एसपीपीपी के प्रायोगिक सत्र आयोजित किए जाएंगे।
इस अवसर पर स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग की संयुक्त निदेशक नेहा शर्मा, आरआरटीआई के मुख्य लेखाधिकारी प्रतिभा चुण्डावत उपस्थित थे।
कोषाधिकारी एवं पाठ्यक्रम निदेशक मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि उद्घाटन अवसर पर राजस्व मण्डल की निबंधक विनिता श्रीवास्तव ने कहा कि राजकीय विभागों में कनिष्ठ लेखाकार की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। प्रशिक्षण के दौरान संवाद पर विशेष जोर दिया जाना आवश्यक है। इसी से प्रशिक्षणर्थियों लेखाक्षेत्र की बारिकियों को समझने में सहायता मिलेगी। राजकीय कार्यों में लेखाशाखा एक महत्वपूर्ण शाखा है। इसे कार्यालय की मुख्य कड़ी माना जाता है।
अतिरिक्त संभागीय आयुक्त के.के.शर्मा ने कहा कि लेखाकारों को प्रशिक्षण के दौरान कार्यालय क्रियाविधि की विशेष जानकारी दी जानी चाहिए। कार्यालय के दैनिक क्रियाकलापों में कनिष्ठ लेखाकार के कत्र्तव्यों के बारे विस्तारपूर्वक बताया जाना चाहिए। कोष एवं लेखाधिकारी के सेवानिवृत निदेशक के.सी.टेलर ने कोषागार नियम तथा कनिष्ठ लेखाकार के उत्तरदायित्वों पर जानकारी दी।
मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि उद्घाटन समारोह में अतिथियों को पौधे भेेंट कर एक नयी परम्परा आरम्भ की गई। इस 10 दिवयीय प्रशिक्षण में प्रशिणर्थियों को सैद्धान्तिक पक्ष के साथ-साथ आॅनलाइन प्रायोगिक प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। इसके लिए डेमो साईटस की व्यवस्था की गई है। प्रशिक्षण में आईएफएमएस, राजकोष, पैमैनेजर एवं एसपीपीपी के प्रायोगिक सत्र आयोजित किए जाएंगे।
इस अवसर पर स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग की संयुक्त निदेशक नेहा शर्मा, आरआरटीआई के मुख्य लेखाधिकारी प्रतिभा चुण्डावत उपस्थित थे।
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