गुजरात राज्यसभा चुनाव की वोटिंग जारी, कांग्रेस में क्रॉस वोटिंग के बावजूद दोनों दलों जीत का भरोसा
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में जबरदस्त राजनीतिक गहमागहमी के बीच राज्यसभा की तीन सीटों के लिए आज वोटिंग की जा रही है, जिसमें अभी तक हुई वोटिंग के अनुसार भाजपा जीत की ओर बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। वोटिंग के बाद कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता शंकर सिंह वाघेला ने कहा कि कांग्रेस को वोट देने का कोई मतलब ही नहीं है। इसलिए मैंने अहमद पटेल के पक्ष में वोट नहीं डाला है। वहीं दूसरी ओर, इन सबके बावजूद कांग्रेस जीत के प्रति आश्वस्त दिखाई दे रही है।
मतदान के बीच आ रही खबरों के अनुसार, कांग्रेस में क्रॉस वोटिंग की बात भी सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के विधायकों ने अपने वोट भाजपा के पक्ष में डाले हैं। कांग्रेस के राघवजी पटेल अैर धर्मेंद्र सिंह जडेजा समेत इस समूह के कुछ विधायकों ने भी कहा कि उन्होंने भाजपा के लिए मतदान किया है। इस कड़ी में एनसीपी विधायक धर्मेन्द्र जडे़जा ने कहा कि एक साल से हमारी कांग्रेस से लड़ाई थी, राज्यसभा चुनाव तो अभी आया है, उन्होंने कहा कि मैने अपना वोट बलवंत सिंह राजपूत को दिया है।
आज मतदान के बाद दो विधायकों ने बकायदा बीजेपी को वोट देने की बात कही है, जबकि बीजेपी सूबे की तीनों राज्यसभा सीटों की जीत को लेकर सुनिश्चित है। गुजरात से लेकर दिल्ली तक राज्यसभा चुनाव की सरगर्मी बनी हुई है। कांग्रेस नेता ये मानकर चल रहे हैं कि गुजरात राज्यसभा चुनाव में अहमद पटेल की जीत सुनिश्चत है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरेजवाला ने कहा कि कांग्रेस निर्वाचित विधायक अहमद पटेल जी की जीत सुनिश्चित करेंगे।
मतदान के दौरान कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता शंकर सिंह वाघेला ने अपना मत देने के बाद संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस को वोट देने का कोई मतलब ही नहीं है और अहमद पटेल हारने वाले हैं। इसलिए मैंने अपना वोट कांग्रेस के पक्ष में नहीं डाला है। कांग्रेस के समर्थन में 40 एमएलए भी नहीं और कांग्रेस को अहमद भाई के रेप्युटेशन से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। 5 बजे सब पता चल जाएगा।
कांग्रेस ने उनकी सुरक्षा की मांग की है। 176 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के एक बागी समेत 122, कांग्रेस के 51 (बागी शंकरसिंह वाघेला, जो भाजपा प्रत्याशी राजपूत के निकट रिश्तेदार हैं तथा उनके छह समर्थकों समेत) तथा राकांपा के दो और जदयू का एक विधायक है। शाह और ईरानी की जीत लगभग पक्की है। राजपूत तथा पटेल के बीच मुकाबला है। पटेल ने जीत के लिए जरूरी 45 का आंकड़ा होने का दावा किया है।
राकांपा के दो विधायकों के शुरू में पटेल का समर्थन करने के दावे के बाद अब इसको लेकर अनिश्चितता की स्थिति है। राकांपा के विधायक ने सोमवार को कहा कि पार्टी हाईकमान ने उन्हें भाजपा प्रत्याशी राजपूत को वोट करने का निर्देश दिया है। वहीं, गुजरात परिवर्तन पार्टी की टिकट पर चुने गए भाजपा (दल के विलय के चलते) के एक बागी नलिन कोटडिया के पटेल को समर्थन देने की संभावना है।
आपको बता दें कि गुजरात में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए भाजपा की ओर से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए बलवंतसिंह राजपूत उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में हैं। वहीं कांग्रेस की ओर से एक मात्र उम्मीदवार के तौर पर सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल मैदान में हैं।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व में मुख्यमंत्री रह चुके कद्दावर नेता शंकर सिंह वाघेला ने 21 जुलाई को अपने 77वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में आयोजित एक समारोह के दौरान कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद उनके समर्थन में लगातार छह कांग्रेस विधायकों ने अपना इस्तीफा दिया था। ऐसे में गुजरात में जबरदस्त राजनीतिक गहमागहमी का माहौल है। कांग्रेस के छह विधायकों के इस्तीफे के बाद 182 सदस्यीय विधानसभा में अब कुल 176 विधायक और इतने ही मतदाता हैं।
मतदान के बीच आ रही खबरों के अनुसार, कांग्रेस में क्रॉस वोटिंग की बात भी सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के विधायकों ने अपने वोट भाजपा के पक्ष में डाले हैं। कांग्रेस के राघवजी पटेल अैर धर्मेंद्र सिंह जडेजा समेत इस समूह के कुछ विधायकों ने भी कहा कि उन्होंने भाजपा के लिए मतदान किया है। इस कड़ी में एनसीपी विधायक धर्मेन्द्र जडे़जा ने कहा कि एक साल से हमारी कांग्रेस से लड़ाई थी, राज्यसभा चुनाव तो अभी आया है, उन्होंने कहा कि मैने अपना वोट बलवंत सिंह राजपूत को दिया है।
आज मतदान के बाद दो विधायकों ने बकायदा बीजेपी को वोट देने की बात कही है, जबकि बीजेपी सूबे की तीनों राज्यसभा सीटों की जीत को लेकर सुनिश्चित है। गुजरात से लेकर दिल्ली तक राज्यसभा चुनाव की सरगर्मी बनी हुई है। कांग्रेस नेता ये मानकर चल रहे हैं कि गुजरात राज्यसभा चुनाव में अहमद पटेल की जीत सुनिश्चत है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरेजवाला ने कहा कि कांग्रेस निर्वाचित विधायक अहमद पटेल जी की जीत सुनिश्चित करेंगे।
मतदान के दौरान कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता शंकर सिंह वाघेला ने अपना मत देने के बाद संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस को वोट देने का कोई मतलब ही नहीं है और अहमद पटेल हारने वाले हैं। इसलिए मैंने अपना वोट कांग्रेस के पक्ष में नहीं डाला है। कांग्रेस के समर्थन में 40 एमएलए भी नहीं और कांग्रेस को अहमद भाई के रेप्युटेशन से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। 5 बजे सब पता चल जाएगा।
कांग्रेस ने उनकी सुरक्षा की मांग की है। 176 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के एक बागी समेत 122, कांग्रेस के 51 (बागी शंकरसिंह वाघेला, जो भाजपा प्रत्याशी राजपूत के निकट रिश्तेदार हैं तथा उनके छह समर्थकों समेत) तथा राकांपा के दो और जदयू का एक विधायक है। शाह और ईरानी की जीत लगभग पक्की है। राजपूत तथा पटेल के बीच मुकाबला है। पटेल ने जीत के लिए जरूरी 45 का आंकड़ा होने का दावा किया है।
राकांपा के दो विधायकों के शुरू में पटेल का समर्थन करने के दावे के बाद अब इसको लेकर अनिश्चितता की स्थिति है। राकांपा के विधायक ने सोमवार को कहा कि पार्टी हाईकमान ने उन्हें भाजपा प्रत्याशी राजपूत को वोट करने का निर्देश दिया है। वहीं, गुजरात परिवर्तन पार्टी की टिकट पर चुने गए भाजपा (दल के विलय के चलते) के एक बागी नलिन कोटडिया के पटेल को समर्थन देने की संभावना है।
आपको बता दें कि गुजरात में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए भाजपा की ओर से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए बलवंतसिंह राजपूत उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में हैं। वहीं कांग्रेस की ओर से एक मात्र उम्मीदवार के तौर पर सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल मैदान में हैं।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व में मुख्यमंत्री रह चुके कद्दावर नेता शंकर सिंह वाघेला ने 21 जुलाई को अपने 77वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में आयोजित एक समारोह के दौरान कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद उनके समर्थन में लगातार छह कांग्रेस विधायकों ने अपना इस्तीफा दिया था। ऐसे में गुजरात में जबरदस्त राजनीतिक गहमागहमी का माहौल है। कांग्रेस के छह विधायकों के इस्तीफे के बाद 182 सदस्यीय विधानसभा में अब कुल 176 विधायक और इतने ही मतदाता हैं।
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