केरल के स्कूल में आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने रोक के बावजूद फहराया तिरंगा
पलक्कड़ (केरल)। देश की आजादी का जश्न देशभर में मनाया जा रहा है और तिरंगा फहराने के साथ ही लोग स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानी को नमन कर आजादी का जश्न मना रहे हैं। वहीं दूसरी ओर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत द्वारा जिला प्रशासन के आदेशों की अवहेलना किया जाना सामने आया है। भागवत ने यहां जिला कलेक्टर के आदेशों के बावजूद एक स्कूल में तिरंगा फहराया, जबकि यहां किसी भी राजनीतिक हस्ती को इसकी इजाजत नहीं थी।
दरअसल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को केरल में पलक्कड़ जिले के एक सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल में रोक के बावजूद तिरंगा फहराया। प्रशासन का निर्देश था कि राजनीतिक हस्तियों को इसकी इजाजत नहीं है। जिला कलेक्टर और पुलिस ने कर्नाकेयमन स्कूल प्रबंधन से कहा था कि स्कूल राज्य से सहायता प्राप्त है, इसलिए केवल जनता का प्रतिनिधि या स्कूल का प्रमुख ही ध्वजारोहण कर सकते है, कोई राजनीतिक हस्ती नहीं।
भागवत ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यह हमारा कर्तव्य है कि हम स्वतंत्रता के संघर्ष के दौरान अपनी जान कुर्बान करने वालों के बलिदान और अथक प्रयासों को याद रखें। हमें उस समर्पण को अपने जीवन में लाना होगा। उन्होंने कहा कि हमारी स्वतंत्रता हमारे लिए बहुत पवित्र है। हमें इसकी रक्षा करनी होगी। भागवत ने कहा कि भारत को आजादी एक दिन में नहीं मिली और आजादी देना विदेशी सरकार का निर्णय नहीं था।
पुलिस ने बताया कि पलक्कड़ जिला कलेक्टर पी मैरीकुट्टी ने कल देर रात एक आदेश जारी करके कहा था कि करनागी अम्मान स्कूल सरकार द्वारा सहायता प्राप्त स्कूल है, इसलिए प्रोटोकॉल के अनुसार केवल चयनित प्रतिनिधि या स्कूल प्राधिकारी ही तिरंगा फहरा सकते हैं। इसके बावजूद भागवत स्कूल पहुंचे और उन्होंने तिरंगा फहराया। डीसी ने कहा कि प्रशासन इस मामले में कार्वाई करेगा।
दरअसल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को केरल में पलक्कड़ जिले के एक सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल में रोक के बावजूद तिरंगा फहराया। प्रशासन का निर्देश था कि राजनीतिक हस्तियों को इसकी इजाजत नहीं है। जिला कलेक्टर और पुलिस ने कर्नाकेयमन स्कूल प्रबंधन से कहा था कि स्कूल राज्य से सहायता प्राप्त है, इसलिए केवल जनता का प्रतिनिधि या स्कूल का प्रमुख ही ध्वजारोहण कर सकते है, कोई राजनीतिक हस्ती नहीं।
भागवत ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यह हमारा कर्तव्य है कि हम स्वतंत्रता के संघर्ष के दौरान अपनी जान कुर्बान करने वालों के बलिदान और अथक प्रयासों को याद रखें। हमें उस समर्पण को अपने जीवन में लाना होगा। उन्होंने कहा कि हमारी स्वतंत्रता हमारे लिए बहुत पवित्र है। हमें इसकी रक्षा करनी होगी। भागवत ने कहा कि भारत को आजादी एक दिन में नहीं मिली और आजादी देना विदेशी सरकार का निर्णय नहीं था।
पुलिस ने बताया कि पलक्कड़ जिला कलेक्टर पी मैरीकुट्टी ने कल देर रात एक आदेश जारी करके कहा था कि करनागी अम्मान स्कूल सरकार द्वारा सहायता प्राप्त स्कूल है, इसलिए प्रोटोकॉल के अनुसार केवल चयनित प्रतिनिधि या स्कूल प्राधिकारी ही तिरंगा फहरा सकते हैं। इसके बावजूद भागवत स्कूल पहुंचे और उन्होंने तिरंगा फहराया। डीसी ने कहा कि प्रशासन इस मामले में कार्वाई करेगा।
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