मित्तल हाॅस्पिटल में दिमागी संक्रमण से ग्रसित मरीज को मिला नया जीवन
अजमेर। ग्राम बांदेड़ा, पंचायत समिति मींडकिया, तहसील परबतसर, जिला नागौर निवासी पहाड़ सिंह के 22 वर्षीय पुत्र गोविंद सिंह के लिए अजमेर का मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर जीवन रक्षक साबित हुआ। पहाड़ सिंह पर उस समय आफत का पहाड़ टूट पड़ा था जबकि बेटे गोविंद की शादी के चार दिन बाद ही उसे तेज ज्वर ने जकड़ लिया। चिकित्सकों की प्रदेश व्यापी हड़ताल के चलते उसे नागौर से लेकर अजमेर तक कहीं अपेक्षित उपचार नहीं मिला। आखिर उसकी उम्मीद मित्तल हाॅस्पिटल पर टिकी जहां उसके बेटे को सही निदान मिला और उसका जीवन रक्षित हो गया। मित्तल हाॅस्पिटल के न्यूरोलोजिस्ट डाॅ. विनोद कुमार शर्मा ने गोविंद का उपचार कर उसे राहत पहुंचाई। गोविंद अब पूर्ण रूप से स्वस्थ्य है और उसे हाॅस्पिटल से छुट्टी दी जा रही है।
न्यूरोलोजिस्ट डाॅ. विनोद कुमार शर्मा के अनुसार गोविंद को तेज ज्वर के साथ दिमाग का संक्रमण होने से अति गंभीर और बेहोशी की हालत में मित्तल हाॅस्पिटल लाया गया था। गोविंद के बचने की उम्मीद नहीं के बराबर थी। संक्रमण का असर उसके शरीर के अन्य विभिन्न अंगों पर भी तेजी से बढ़ रहा था। गोविंद को श्वास लेने की तकलीफ के चलते उसे वेंटीलेटर पर रखा गया। लम्बे चले उपचार के बाद अब गोविंद पूरी तरह खतरे से बाहर है।
न्यूरोलोजिस्ट डाॅ. विनोद कुमार शर्मा के अनुसार गोविंद को तेज ज्वर के साथ दिमाग का संक्रमण होने से अति गंभीर और बेहोशी की हालत में मित्तल हाॅस्पिटल लाया गया था। गोविंद के बचने की उम्मीद नहीं के बराबर थी। संक्रमण का असर उसके शरीर के अन्य विभिन्न अंगों पर भी तेजी से बढ़ रहा था। गोविंद को श्वास लेने की तकलीफ के चलते उसे वेंटीलेटर पर रखा गया। लम्बे चले उपचार के बाद अब गोविंद पूरी तरह खतरे से बाहर है।
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