लोकसभा में ढेर हुआ मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव, विपक्ष को 126, मोदी सरकार को मिले 325 वोट
नई दिल्ली। लोकसभा में मानसून सत्र के तीसरे दिने आज मोदी सरकार के खिलाफ पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव पर दिनभर हुई चर्चा के बाद वोटिंग में विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव ढेर हो गया। लोकसभा में आज दिनभर चली कार्यवाही और बहस के बाद देर शाम हुई वोटिंग में जहां विपक्ष को महज 126 वोट मिले, वहीं मोदी सरकार को 325 वोट हासिल हुए। ऐसे में विपक्ष की ओर से पेश किया गया अविश्वास प्रस्ताव लोकसभा में गिर गया। बता दें कि बुधवार को टीडीपी सांसद की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने मंजूर किया था, जिसके बाद उस पर चर्चा के लिए शुक्रवार का दिन तय किया गया था।
इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ बोलते हुए कहा कि संसद में बहुमत नहीं है फिर भी अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। अविश्वास प्रस्ताव के बहाने अपने कुनबे को जमाने की कोशिश की गई है। पीएम मोदी ने कहा कि हम यहां इसलिए हैं क्योंकि सवा सौ करोड़ देशवासियों का हमें आर्शीर्वाद है. आप इस प्रस्ताव के जरिए उन लोगों का अपमान न करें। हमें कहा गया कि जब मैं बोलूंगा तो आप 15 मिनट भी नहीं टिक सकेंगे, मैं उपलब्धियों के साथ खड़ा हूं। वहीं आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पीएम मोदी से गले लगने पर उन्होंने कहा कि ये कुर्सी पर पहुंचने की जल्दबाजी है।
हालांकि पीएम मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष की ओर से जमकर हंगामा भी काटा गया, लेकिन भईया पीएम मोदी ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि हमारी उपलब्धियों पर विपक्ष को विश्वास नहीं। जब हम डिजिटल लेनदेन की बात करने लगे तो सदन में बैठे लोग बताने लगे कि हमारे देश में लोग अनपढ़ हैं। ऐसे लोगों को हमारे देश की जनता ने तमाचा मारा है, इनकी यही मानसिकता गलत है। कांग्रेस को खुद पर अविश्वास है। उनको ईवीएम, चुनाव आयोग, न्यायालय, आरबीआई जैसी संस्थाओं पर विश्वास नहीं है।
वहीं पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि आजकल शिव भक्ति की बातें हो रही हैं। भगवान आपको इतनी शक्ति दें कि 2024 में फिर से आपको अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़े। पीएम ने कहा कि डोकलाम के विषय पर अगर जानकारी नहीं है तो बोलने से बचना चाहिए। जो डोकलाम पर बोलते हैं, वो चीनी राजदूत से मिलते हैं। देश की सुरक्षा को लेकर ऐसी बचकानी हरकतें नहीं करनी चाहिए। राफेल पर गुमराह किया गया, देश के सेनाध्यक्ष के लिए गलत भाषा का इस्तेमाल किया गया। राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर बचकानी हरकत से बचना चाहिए।
इसके साथ ही राहुल गांधी को आंख में आंख डालने वाले बयान पर पीएम मोदी ने कहा, 'हां, हम गरीब है, हमारी हैसियत आंख में आंख डालने की नहीं। आप तो नामदार हैं, हम तो कामदार हैं, जिन लोगों ने आंख में आंख डालने की कोशिश की उनके साथ क्या किया गया, इतिहास गवाह है। वहीं राहुल गांधी के आंख मारने पर पीएम मोदी ने कहा कि आज इन आंखों का खेल पूरा देश देख रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि हम चौकीदार भी हैं, भागीदार भी हैं, लेकिन आप की तरह ठेकेदार नहीं हैं। हम गरीबों, किसानों और नौजवानों के सपनों के भागीदार हैं।
इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ बोलते हुए कहा कि संसद में बहुमत नहीं है फिर भी अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। अविश्वास प्रस्ताव के बहाने अपने कुनबे को जमाने की कोशिश की गई है। पीएम मोदी ने कहा कि हम यहां इसलिए हैं क्योंकि सवा सौ करोड़ देशवासियों का हमें आर्शीर्वाद है. आप इस प्रस्ताव के जरिए उन लोगों का अपमान न करें। हमें कहा गया कि जब मैं बोलूंगा तो आप 15 मिनट भी नहीं टिक सकेंगे, मैं उपलब्धियों के साथ खड़ा हूं। वहीं आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पीएम मोदी से गले लगने पर उन्होंने कहा कि ये कुर्सी पर पहुंचने की जल्दबाजी है।
हालांकि पीएम मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष की ओर से जमकर हंगामा भी काटा गया, लेकिन भईया पीएम मोदी ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि हमारी उपलब्धियों पर विपक्ष को विश्वास नहीं। जब हम डिजिटल लेनदेन की बात करने लगे तो सदन में बैठे लोग बताने लगे कि हमारे देश में लोग अनपढ़ हैं। ऐसे लोगों को हमारे देश की जनता ने तमाचा मारा है, इनकी यही मानसिकता गलत है। कांग्रेस को खुद पर अविश्वास है। उनको ईवीएम, चुनाव आयोग, न्यायालय, आरबीआई जैसी संस्थाओं पर विश्वास नहीं है।
वहीं पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि आजकल शिव भक्ति की बातें हो रही हैं। भगवान आपको इतनी शक्ति दें कि 2024 में फिर से आपको अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़े। पीएम ने कहा कि डोकलाम के विषय पर अगर जानकारी नहीं है तो बोलने से बचना चाहिए। जो डोकलाम पर बोलते हैं, वो चीनी राजदूत से मिलते हैं। देश की सुरक्षा को लेकर ऐसी बचकानी हरकतें नहीं करनी चाहिए। राफेल पर गुमराह किया गया, देश के सेनाध्यक्ष के लिए गलत भाषा का इस्तेमाल किया गया। राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर बचकानी हरकत से बचना चाहिए।
इसके साथ ही राहुल गांधी को आंख में आंख डालने वाले बयान पर पीएम मोदी ने कहा, 'हां, हम गरीब है, हमारी हैसियत आंख में आंख डालने की नहीं। आप तो नामदार हैं, हम तो कामदार हैं, जिन लोगों ने आंख में आंख डालने की कोशिश की उनके साथ क्या किया गया, इतिहास गवाह है। वहीं राहुल गांधी के आंख मारने पर पीएम मोदी ने कहा कि आज इन आंखों का खेल पूरा देश देख रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि हम चौकीदार भी हैं, भागीदार भी हैं, लेकिन आप की तरह ठेकेदार नहीं हैं। हम गरीबों, किसानों और नौजवानों के सपनों के भागीदार हैं।
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