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अजमेर के 2.21 लाख बच्चों को मिलेगा सप्ताह में तीन दिन दूध, अन्नपूर्णा दूध योजना का शुभारंभ

अजमेर। सामान्य प्रशासन विभाग मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री हेम सिंह भडाणा ने कहा कि स्वस्थ जीवन मानव विकास की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। राज्य सरकार ने राजस्थान के स्कूली बच्चों को बाल्यकाल से ही स्वस्थ एवं  सुडौल बनाने के लिए पौष्टिक भोजन के साथ ही दूध देने की अभिनव शुरुआत की है। यह शुरुआत प्रदेश की भावी पीढ़ी के स्वास्थ्य के लिए मील का पत्थर साबित होगी।

प्रभारी मंत्री हेम सिंह भडाणा ने आज जिले के जनप्रतिनिधियों के साथ राजकीय सावित्राी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में अन्नपूर्णा दूध योजना का शुभारंभ किया। योजना के तहत अजमेर जिले में कक्षा एक से आठ तक के 2 लाख 21 हजार 25 बच्चों को सप्ताह में तीन दिन मिड डे मील के साथ दूध दिया जाएगा। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए भडाणा ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे चाहती हैं कि प्रदेश का हर बच्चा स्वस्थ हो। इसके लिए मिड डे मील योजना के तहत आठवीं तक के बच्चों को दूध देने की शुरुआत की गई है। यह योजना प्रदेश की भावी पीढ़ी को स्वस्थ रखने की दिशा में एतिहासिक कदम है। शिक्षा के साथ ही बच्चों को पौष्टिक भोजन व दूध भी दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले साढ़े चार साल में प्रत्येक क्षेत्रा में शानदार काम किया है। सडक़, पानी, बिजली, शिक्षा के साथ ही अन्य बुनियादी सेवाओं के क्षेत्र में राजस्थान आगे बढ़ा है। उन्होंने राज्य सरकार की विभिन्न फ्लैगशिप योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि आज राजस्थान तेजी से तरक्की कर रहा है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला प्रमुख वंदना नोगिया ने कहा कि मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के अनुसार प्रदेश का हर परिवार, समाज के बच्चों का सर्वागींण विकास हो, इसी मंशा से यह कार्यक्रम चलाया गया है। जिस प्रकार शिक्षा में गुणवत्ता पूर्ण कार्य हो रहा है उसी प्रकार मिड डे मिल के साथ दूध को शामिल कर पोषाहार को पोष्टिक एवं गुणवत्तापूर्ण बनाया गया है। ताकि हर बच्चा स्वस्थ रहें।

प्रारंभ में जिला शिक्षा अधिकारी (प्रा.शि.) श्यामलाल सांगावत ने सभी का स्वागत किया तथा बताया कि इस कार्यक्रम के तहत कक्षा पहली से आठवीं तक के बच्चों को सप्ताह में तीन दिन मिड डे मिल पोषाहार के साथ दूध का गिलास भी मिलेगा। यह दूध पहली से पांचवी तक के बच्चों को 150 एमएल तथा छठी से आठवीं के बच्चों को 200 एमएल दूध मिलेगा। बच्चों को दूध वितरण के लिए लेक्टोमीटर से जांच की जायेगी तत्पश्चात दूध वितरण होगा। इसके लिए समस्त संसाधन विद्यालयों को उपलब्ध करवा दिये गये है।

उन्होंने बताया कि अजमेर जिले में  एक हजार 835 राजकीय विद्यालय एवं 53 मदरसों में 2 लाख 21 हजार 25 बच्चों को अन्नपूर्णा दूध योजना के तहत दूध का वितरण होगा। इनमें से अजमेर ब्लाॅक में 99 विद्यालयों में 14 हजार 755 बच्चों को, अंराई के 113 विद्यालयों में 10 हजार 354 बच्चों को, भिनाय में 144 विद्यालयों में 17 हजार 375 बच्चों को, जवाजा में 311 विद्यालयों में 33 हजार 126 बच्चों को, केकड़ी में 191 विद्यालयों में  20 हजार 292 बच्चों को, मसूदा के 238 विद्यालयों में 27 हजार 655 बच्चों को, पीसांगन के 257 विद्यालयों में 32 हजार 95 बच्चों को, किशनगढ़ के 223 विद्यालयों में 23 हजार 447 बच्चों, श्रीनगर के 171 विद्यालयों में 26 हजार 641 बच्चों को तथा सरवाड़ ब्लाॅक के 141 विद्यालयों में 15  हजार 285 बच्चों को दूध का वितरण होगा। जिले में पहली से 5वीं तक के एक लाख 37 हजार 581 तथा छठी से आठवीं तक के 83 हजार 444 बच्चों को कार्यक्रम का लाभ मिलेगा। 

इस अवसर पर प्रभारी मंत्री सहित समस्त अतिथियों ने  अपने हाथों से बच्चों को दूध पिलाकर योजना का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर अजमेर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष शिव शंकर हेड़ा, महापौर धर्मेंद्र गहलोत, अजमेर डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी, जिला कलेक्टर आरती डोगरा, प्रो. बी.पी. सारस्वत, अरविंद यादव, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की सचिव मेघना चौधरी, उप निदेशक (प्रा. शि.) जीवराज जाट सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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