राजस्थान को मिला ‘नारी शक्ति पुरस्कार’
अजमेर । राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वकांक्षी कार्यक्रम ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए राजस्थान को आज ‘नारी शक्ति पुरस्कार’ से सम्मानित किया। यह पुरस्कार राज्य की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री अनिता भदेल और विभाग के सचिव कुलदीप रांका ने ग्रहण किया। नारी शक्ति पुरस्कार राजस्थान को पूरे देश में ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ योजना के तहत बेहतरीन काम के साथ-साथ महिला सशक्तीकरण के विभिन्न सफल प्रयासों के लिए दिया गया हैं।
पुरस्कार ग्रहण करने के बाद भदेल ने बताया कि अर्न्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर यह पुरस्कार मिलना राज्य के लिए गौरव की बात है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ योजना के बेहतरीन क्रियान्वयन में किए गए बेहतरीन प्रयास और नवाचार तथा लिंगानुपात में सुधार के लिए राजस्थान को सर्वश्रेष्ठ राज्य के रूप में चुना गया है।
राज्य ने गत एक वर्ष के दौरान घटते हुए बाल लिंग अनुपात के मुद्दे से निपटने के लिए अनेक जिला स्तरीय उपायों के माध्यम से उल्लेखनीय कार्य किए हैं। जन्म के समय लिंग अनुपात जो वर्ष 2015-16 में 929 था वह 942 हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार बालिका शिशु लिंगानुपात के प्रति पूरी तरह गंभीर है और आगे भी विभाग इस तरह के नवाचार करता रहेगा।
पुरस्कार ग्रहण करने के बाद भदेल ने बताया कि अर्न्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर यह पुरस्कार मिलना राज्य के लिए गौरव की बात है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ योजना के बेहतरीन क्रियान्वयन में किए गए बेहतरीन प्रयास और नवाचार तथा लिंगानुपात में सुधार के लिए राजस्थान को सर्वश्रेष्ठ राज्य के रूप में चुना गया है।
राज्य ने गत एक वर्ष के दौरान घटते हुए बाल लिंग अनुपात के मुद्दे से निपटने के लिए अनेक जिला स्तरीय उपायों के माध्यम से उल्लेखनीय कार्य किए हैं। जन्म के समय लिंग अनुपात जो वर्ष 2015-16 में 929 था वह 942 हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार बालिका शिशु लिंगानुपात के प्रति पूरी तरह गंभीर है और आगे भी विभाग इस तरह के नवाचार करता रहेगा।
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