पिता ललित मोदी की जगह बेटे रुचिर मोदी संभालेंगे RCA अध्यक्ष पद की कमान!
जयपुर। राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) के पूर्व अध्यक्ष ललित मोदी के बेटे रुचिर मोदी आज राजधानी जयपुर में है, जिसे लेकर चर्चाओं को दौर तेज हो चला है कि RCA अध्यक्ष पद की बागडौर अब रुचिर मोदी अपने हाथों में ले सकते हैं। जयपुर पहुंचे रुचिर मोदी आज RCA पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे, जिसमें उनके RCA अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर चर्चा की जा सकती है। इसके साथ ही रुचिर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से भी मुलाकात कर चर्चा कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि रुचिर मोदी की सीएम राज से ये मुलाकात जयपुर से बाहर दिल्ली रोड स्थित एक होटल में होगी।
गौरतलब है कि रुचिर की पदाधिकारियों के साथ यह बैठक पहले गोवा में होनी थी, लेकिन कुछ जिला संघों के सचिवों ने वहां जाने से इनकार कर दिया, ऐसे में रुचिर खुद ही जयपुर आ गए। ऐसे में सीएम राजे रुचिर की पदाधिकारियों से मुलाकात करवा सकती है। सूत्रों के मुताबिक, गुपचुप तरीके से अलवर क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बने रुचिर मोदी को ललित मोदी राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष बनवाना चाहते हैं।
गौरतलब है कि आरसीए ने फरवरी में हुई एक विशेष बैठक में लोढ़ा समिति की सिफारिशों को मानने के लिए संविधान संशोधन के लिए गठित समित के निर्णयों पर मुहर लगा दी थी। इसी के साथ माना जा रहा है कि आरसीए से ललित मोदी के बाहर होने के बाद उनके बेटे रुचिर मोदी को सत्ता सौंपने की तैयारी की जा रही है। साधारण सभा की बैठक में संविधान संशोधन के प्रस्ताव को सर्व सम्मति से पारित कर दिया गया था।
गौरतलब है कि रुचिर की पदाधिकारियों के साथ यह बैठक पहले गोवा में होनी थी, लेकिन कुछ जिला संघों के सचिवों ने वहां जाने से इनकार कर दिया, ऐसे में रुचिर खुद ही जयपुर आ गए। ऐसे में सीएम राजे रुचिर की पदाधिकारियों से मुलाकात करवा सकती है। सूत्रों के मुताबिक, गुपचुप तरीके से अलवर क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बने रुचिर मोदी को ललित मोदी राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष बनवाना चाहते हैं।
गौरतलब है कि आरसीए ने फरवरी में हुई एक विशेष बैठक में लोढ़ा समिति की सिफारिशों को मानने के लिए संविधान संशोधन के लिए गठित समित के निर्णयों पर मुहर लगा दी थी। इसी के साथ माना जा रहा है कि आरसीए से ललित मोदी के बाहर होने के बाद उनके बेटे रुचिर मोदी को सत्ता सौंपने की तैयारी की जा रही है। साधारण सभा की बैठक में संविधान संशोधन के प्रस्ताव को सर्व सम्मति से पारित कर दिया गया था।
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