अजमेर में देश के पहले महिला एवं बाल विकास संकुल का लोकार्पण
अजमेर। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कृष्णा राज ने कहा कि देश में आधी आबादी कही जाने वाली महिलाओं की स्थिति में बड़ा परिवर्तन आया है। वर्तमान में खेल, शिक्षा, विज्ञान और राजनीति सहित कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है, जहां बेटियों ने परचम नही फहराया हो। आज देश की बेटियां हर क्षेत्र में एक नई शक्ति बनकर उभरी हैं। उनकी यह रफ्तार अब रूकने वाली नहीं है।
केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री राज ने आज अजमेर में जयपुर रोड पर दो करोड़ रूपये की लागत से बने देश के पहले महिला एवं बाल विकास संकुल का लोकार्पण तथा पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी बालिका कौशल विकास शिविर का समापन किया। इस अवसर पर उनके साथ राज्य की महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री अनिता भदेल, शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी, संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत, महापौर धर्मेन्द्र गहलोत, अजमेर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा, उप महापौर सम्पत सांखला एवं अध्यक्ष प्रो. बी.पी. सारस्वत सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम राज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में देश और प्रदेश एक नई करवट बदल रहा है। अब महिला, दलित, पिछड़े और वंचितों को आगे लाने के लिए शानदार काम किया जा रहा है।
केन्द्रीय मंत्री राज ने कहा कि देश की बेटियां अब घर की चार दीवारी से बाहर निकल कर हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही हैं। खेल, विज्ञान, ज्ञान, राजनीति हो या कोई अन्य क्षेत्रा, हर जगह बेटियों ने अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज करवायी है। उन्होंने अजमेर में बेटियों को दिए गए कौशल विकास प्रशिक्षण शिविर को एक अनूठी पहल बताते हुए कहा कि इससे बालिकाओं में नया आत्मविश्वास जगेगा। बालिकाएं इस सीखे हुए हुनर को अपना भविष्य संवारने के लिए उपयोग करें।
प्रदेश की महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री अनिता भदेल ने कहा कि आज अजमेर के लिए एक बड़ा अवसर है। देश के पहले महिला एवं बाल विकास संकुल भवन का अजमेर में लोकार्पण हुआ है। इससे महिलाओं एवं बालकों से संबंधित कामकाज को और गति मिलेगी। इसी तरह पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष बालिका कौशल विकास शिविर से बालिकाओं को जो ज्ञान मिला है, जो उनका कौशल विकास हुआ है वह उनके जीवन में एक नया और सकारात्मक मोड़ साबित होगा।
भदेल ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का प्रयास है कि हर हाथ को काम मिले, प्रदेश का युवा हुनरमंद हो। अब तक राजस्थान में 10 लाख युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इन प्रयासों के तहत अजमेर में एक हजार बालिकाओं को कौशल सिखाने के लिए आयोजित किया गया यह शिविर एक अहम शुरूआत हैं। इतना ही नहीं इस शिविर में टाॅपर रही बालिकाओं को निःशुल्क हवाई यात्रा भी करवाई जाएगी।
संसदीय सचिव सुरेश रावत ने कहा कि प्रधानमंत्राी श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए पूरी गम्भीरता के साथ प्रयास कर रहे हैं। राजस्थान में इस दिशा में बहुत अच्छा कार्य हुआ है। शिविर में कौशल सीखने वाली बालिकाएं अपने हुनर को पहचान दिलाने के लिए पूरे प्रयास करें। ना सिर्फ स्वयं बल्कि दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
महापौर धर्मेन्द्र गहलोत ने कहा कि इस तरह के आयोजन बालिकाओं का मनोबल बढ़ाने वाले साबित होंगे। यह एक शानदार और जानदार शुरूआत है। निश्चित रूप से इसके अच्छे नतीजे सामने आएंगे। बालिकाओं को सीखने का यह क्रम लगातार जारी रखना चाहिए। जिस तरह योग की साधना में निरन्तरता साधक के जीवन में निखार लाती है उसी तरह कौशल का विकास भी सफलता के लिए आवश्यक है।
उप महापौर संपत सांखला ने कहा कि बालिकाओं का भविष्य संवारने के लिए यह एक अभिनव प्रयास किया गया। महिला एवं बाल विकास मंत्री भदेल के नेतृत्व में बालिकाओं ने जोरदार प्रयास किया। इसके साथ ही एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा भी रही। जो बालिकाओं को आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगी।
अध्यक्ष प्रो. बी.पी.सारस्वत ने बालिकाओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे नौकरी करने वाली नहीं बल्कि दूसरों को नौकरी देने वाली उद्यमी बने। देश तभी ओ बढ़ता है जब उसके युवा सशक्त एवं समर्थ होते है। मुख्यमंत्री राजे की प्रेरणा से महर्षि दयान्न्द सरस्वती विश्वविद्यालय में शुरू किया गया केन्द्रीय लघु उद्यमिता संस्थान आज पूरे प्रदेश में युवा उद्यमियों को तैयार करने की मिसाल बन चुका है।
इससे पूर्व सभी अतिथियों ने महिला एवं बाल विकास संकुल का लोकार्पण कर वहां बालिकाओं द्वारा तैयार उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में पूर्व विधायक श्री हरीश झामनानी, कंवल प्रकाश किशनानी, महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक शुचि शर्मा, उप निदेशक अनुपमा टेलर, संदीप भार्गव, अरविंद शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में बालिकाएं उपस्थित थी।
केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री राज ने आज अजमेर में जयपुर रोड पर दो करोड़ रूपये की लागत से बने देश के पहले महिला एवं बाल विकास संकुल का लोकार्पण तथा पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी बालिका कौशल विकास शिविर का समापन किया। इस अवसर पर उनके साथ राज्य की महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री अनिता भदेल, शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी, संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत, महापौर धर्मेन्द्र गहलोत, अजमेर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा, उप महापौर सम्पत सांखला एवं अध्यक्ष प्रो. बी.पी. सारस्वत सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम राज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में देश और प्रदेश एक नई करवट बदल रहा है। अब महिला, दलित, पिछड़े और वंचितों को आगे लाने के लिए शानदार काम किया जा रहा है।
केन्द्रीय मंत्री राज ने कहा कि देश की बेटियां अब घर की चार दीवारी से बाहर निकल कर हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही हैं। खेल, विज्ञान, ज्ञान, राजनीति हो या कोई अन्य क्षेत्रा, हर जगह बेटियों ने अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज करवायी है। उन्होंने अजमेर में बेटियों को दिए गए कौशल विकास प्रशिक्षण शिविर को एक अनूठी पहल बताते हुए कहा कि इससे बालिकाओं में नया आत्मविश्वास जगेगा। बालिकाएं इस सीखे हुए हुनर को अपना भविष्य संवारने के लिए उपयोग करें।
प्रदेश की महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री अनिता भदेल ने कहा कि आज अजमेर के लिए एक बड़ा अवसर है। देश के पहले महिला एवं बाल विकास संकुल भवन का अजमेर में लोकार्पण हुआ है। इससे महिलाओं एवं बालकों से संबंधित कामकाज को और गति मिलेगी। इसी तरह पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष बालिका कौशल विकास शिविर से बालिकाओं को जो ज्ञान मिला है, जो उनका कौशल विकास हुआ है वह उनके जीवन में एक नया और सकारात्मक मोड़ साबित होगा।
भदेल ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का प्रयास है कि हर हाथ को काम मिले, प्रदेश का युवा हुनरमंद हो। अब तक राजस्थान में 10 लाख युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इन प्रयासों के तहत अजमेर में एक हजार बालिकाओं को कौशल सिखाने के लिए आयोजित किया गया यह शिविर एक अहम शुरूआत हैं। इतना ही नहीं इस शिविर में टाॅपर रही बालिकाओं को निःशुल्क हवाई यात्रा भी करवाई जाएगी।
संसदीय सचिव सुरेश रावत ने कहा कि प्रधानमंत्राी श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए पूरी गम्भीरता के साथ प्रयास कर रहे हैं। राजस्थान में इस दिशा में बहुत अच्छा कार्य हुआ है। शिविर में कौशल सीखने वाली बालिकाएं अपने हुनर को पहचान दिलाने के लिए पूरे प्रयास करें। ना सिर्फ स्वयं बल्कि दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
महापौर धर्मेन्द्र गहलोत ने कहा कि इस तरह के आयोजन बालिकाओं का मनोबल बढ़ाने वाले साबित होंगे। यह एक शानदार और जानदार शुरूआत है। निश्चित रूप से इसके अच्छे नतीजे सामने आएंगे। बालिकाओं को सीखने का यह क्रम लगातार जारी रखना चाहिए। जिस तरह योग की साधना में निरन्तरता साधक के जीवन में निखार लाती है उसी तरह कौशल का विकास भी सफलता के लिए आवश्यक है।
उप महापौर संपत सांखला ने कहा कि बालिकाओं का भविष्य संवारने के लिए यह एक अभिनव प्रयास किया गया। महिला एवं बाल विकास मंत्री भदेल के नेतृत्व में बालिकाओं ने जोरदार प्रयास किया। इसके साथ ही एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा भी रही। जो बालिकाओं को आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगी।
अध्यक्ष प्रो. बी.पी.सारस्वत ने बालिकाओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे नौकरी करने वाली नहीं बल्कि दूसरों को नौकरी देने वाली उद्यमी बने। देश तभी ओ बढ़ता है जब उसके युवा सशक्त एवं समर्थ होते है। मुख्यमंत्री राजे की प्रेरणा से महर्षि दयान्न्द सरस्वती विश्वविद्यालय में शुरू किया गया केन्द्रीय लघु उद्यमिता संस्थान आज पूरे प्रदेश में युवा उद्यमियों को तैयार करने की मिसाल बन चुका है।
इससे पूर्व सभी अतिथियों ने महिला एवं बाल विकास संकुल का लोकार्पण कर वहां बालिकाओं द्वारा तैयार उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में पूर्व विधायक श्री हरीश झामनानी, कंवल प्रकाश किशनानी, महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक शुचि शर्मा, उप निदेशक अनुपमा टेलर, संदीप भार्गव, अरविंद शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में बालिकाएं उपस्थित थी।
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