आनासागर के चारों तरफ की पहाड़ियाँ होगी हरितिमा युक्त : गोयल
अजमेर । आनासागर चौपटी से चारों तरफ दिखायी देने वाली पहाड़ियों को नयनाभिराम बनाने के लिए समस्त पहाड़ियों को हरितिमा युक्त किया जाएगा। जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने यह निर्देश सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में विभिन्न विभागों की आयोजित साप्ताहिक समीक्षा बैठक में दिए।
उन्होंने कहा कि आनासागर के चारों ओर नजर आने वाली नाग पहाड़ समेत समस्त पहाड़ियों को हराभरा किया जाएगा। इसके लिए पानी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लान्ट के द्वारा परिशुद्ध किए हुए जल से उपलब्ध करवाया जाएगा। यह पानी पाइप लाइन के माध्यम से पहाड़ी पर चढ़ाया जाएगा जहां इसका उपयोग पेड़ों को पानी देने में किया जाएगा। पानी को निर्धारित स्थान तक पहुंचाने के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा तकनीकी सहयोग उपलब्ध करवाया जाएगा। वन विभाग के द्वारा इस पूरे क्षेत्र में विभिन्न प्रजातियों के बायोडाइवर्सिटी युक्त लगभग एक लाख पेड़ लगाए जाएंगे। इसके लिए दो प्रकार की पद्धतियां उपयोग में लायी जाएगी। दुर्गम एवं ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में बीजो को फैलाकर हराभरा किया जाएगा। इसी प्रकार सामान्य क्षेत्रों में 6 फीट से ऊंचे पौधों को रोपित किया जाएगा। इनका रखरखाव सुनिश्चित करके नया सघन वन बनाया जाएगा। नौसर घाटी क्षेत्र में लगभग 5 हजार बोगनबेलिया के पौधे वन विभाग द्वारा रोपित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सघन वृक्षारोपण की दिशा में आगे बढ़ते हुए जिले की समस्त पंचायत समितियों में 5-5 हजार से अधिक वृक्षों को लगाया जाएगा। वन विभाग के द्वारा स्वयं की भूमि होने पर उस स्थान पर नया वन विकसित किया जाएगा। स्वयं की भूमि नहीं होने पर खाली पड़ी सरकारी भूमि पर भी नए वन विकसित किए जा सकेंगे।
उन्होंने कहा कि जिले में इस वर्षाकाल में जल संरक्षण विभाग के द्वारा 74 नए चरागाह विकसित किए जाए। साथ ही पिछले वर्ष विकसित किए गए चरागाहों की मेंटेनेंस का कार्य भी सम्पादित किया जाए। जिले के समस्त चिकित्सालयों में साफ सुथरे लैबर रूम के साथ प्रसव की सुविधा होनी चाहिए। 30 जून तक जिले के समस्त केन्द्रीय पेंशन योजनाओं की पात्राता रखने वाले राज्य पेंशनर्स को केन्द्रीय योजना में शिफ्ट किया जाए।
उन्होंने कहा कि जिले में निर्मित समस्त सड़कों के गारंटी पीरियड के दौरान ठेकेदार के द्वारा मरम्मत की जानी आवश्यक है। जिले की गांरंटी अवधि की समस्त सड़कों की जानकारी शीघ्र ही जिला प्रशासन की वैबसाइट पर डाली जाएगी। कोई भी व्यक्ति इन सड़कों की जानकारी लेकर धरातल की स्थिति के अनुसार मरम्मत के लिए शिकायत कर सकेगा। इससे आम नागरिक अपने आसपास की सड़क पर निगरानी रखकर ठेकेदार को मरम्मत के लिए पाबंद कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि जिले में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए 3 ‘अ’ के आधार पर कार्य करने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. के.के.सोनी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। डाॅ. सोनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी एवं एएनएम के संयुक्त प्रयासों के माध्यम से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने क लिए कार्य करेंगे।
टेक्टरों के लिए शहर में होगी नो एण्ट्री
उन्होंने कहा कि कृषि उपयोग के लिए काम आने वाले टेक्टरों के लिए शहर में नो एण्ट्री की गई है। कृषि उपयोग के लिए पंजीकृत टेक्टरों का व्यायसायिक पंजीयन करवाकर ही इनका उपयोग व्यवसायी गतिविधि के लिए किया जा सकेगा। शहर में प्रातः 8 बजे से रात्रि 10 बजे तक टेक्टर एवं ट्रोली के लिए नो एण्ट्री रहेगी। नो एण्ट्री खुलने के समय केवल वह ही वाहन शहर में प्रवेश करेंगे जिन्हें शहर से माल भरना एवं खाली कराना होगा। शेष वाहन बाईपास के द्वारा सीधे निकलेंगे। नौसर घाटी से भारी एवं भार वाहनों का 24 घण्टे प्रतिबंध जारी रहेगा।
इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निकया गोहाएन, अतिरिक्त जिला कलेक्टर किशोर कुमार, अबु सूफियान चौहान, जिला रसद अधिकारी दीप्ति शर्मा, नगर निगम की उपायुक्त ज्योति ककवानी, जिला भामाशाह अधिकारी पुष्पा सिंह सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि आनासागर के चारों ओर नजर आने वाली नाग पहाड़ समेत समस्त पहाड़ियों को हराभरा किया जाएगा। इसके लिए पानी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लान्ट के द्वारा परिशुद्ध किए हुए जल से उपलब्ध करवाया जाएगा। यह पानी पाइप लाइन के माध्यम से पहाड़ी पर चढ़ाया जाएगा जहां इसका उपयोग पेड़ों को पानी देने में किया जाएगा। पानी को निर्धारित स्थान तक पहुंचाने के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा तकनीकी सहयोग उपलब्ध करवाया जाएगा। वन विभाग के द्वारा इस पूरे क्षेत्र में विभिन्न प्रजातियों के बायोडाइवर्सिटी युक्त लगभग एक लाख पेड़ लगाए जाएंगे। इसके लिए दो प्रकार की पद्धतियां उपयोग में लायी जाएगी। दुर्गम एवं ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में बीजो को फैलाकर हराभरा किया जाएगा। इसी प्रकार सामान्य क्षेत्रों में 6 फीट से ऊंचे पौधों को रोपित किया जाएगा। इनका रखरखाव सुनिश्चित करके नया सघन वन बनाया जाएगा। नौसर घाटी क्षेत्र में लगभग 5 हजार बोगनबेलिया के पौधे वन विभाग द्वारा रोपित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सघन वृक्षारोपण की दिशा में आगे बढ़ते हुए जिले की समस्त पंचायत समितियों में 5-5 हजार से अधिक वृक्षों को लगाया जाएगा। वन विभाग के द्वारा स्वयं की भूमि होने पर उस स्थान पर नया वन विकसित किया जाएगा। स्वयं की भूमि नहीं होने पर खाली पड़ी सरकारी भूमि पर भी नए वन विकसित किए जा सकेंगे।
उन्होंने कहा कि जिले में इस वर्षाकाल में जल संरक्षण विभाग के द्वारा 74 नए चरागाह विकसित किए जाए। साथ ही पिछले वर्ष विकसित किए गए चरागाहों की मेंटेनेंस का कार्य भी सम्पादित किया जाए। जिले के समस्त चिकित्सालयों में साफ सुथरे लैबर रूम के साथ प्रसव की सुविधा होनी चाहिए। 30 जून तक जिले के समस्त केन्द्रीय पेंशन योजनाओं की पात्राता रखने वाले राज्य पेंशनर्स को केन्द्रीय योजना में शिफ्ट किया जाए।
उन्होंने कहा कि जिले में निर्मित समस्त सड़कों के गारंटी पीरियड के दौरान ठेकेदार के द्वारा मरम्मत की जानी आवश्यक है। जिले की गांरंटी अवधि की समस्त सड़कों की जानकारी शीघ्र ही जिला प्रशासन की वैबसाइट पर डाली जाएगी। कोई भी व्यक्ति इन सड़कों की जानकारी लेकर धरातल की स्थिति के अनुसार मरम्मत के लिए शिकायत कर सकेगा। इससे आम नागरिक अपने आसपास की सड़क पर निगरानी रखकर ठेकेदार को मरम्मत के लिए पाबंद कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि जिले में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए 3 ‘अ’ के आधार पर कार्य करने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. के.के.सोनी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। डाॅ. सोनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी एवं एएनएम के संयुक्त प्रयासों के माध्यम से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने क लिए कार्य करेंगे।
टेक्टरों के लिए शहर में होगी नो एण्ट्री
उन्होंने कहा कि कृषि उपयोग के लिए काम आने वाले टेक्टरों के लिए शहर में नो एण्ट्री की गई है। कृषि उपयोग के लिए पंजीकृत टेक्टरों का व्यायसायिक पंजीयन करवाकर ही इनका उपयोग व्यवसायी गतिविधि के लिए किया जा सकेगा। शहर में प्रातः 8 बजे से रात्रि 10 बजे तक टेक्टर एवं ट्रोली के लिए नो एण्ट्री रहेगी। नो एण्ट्री खुलने के समय केवल वह ही वाहन शहर में प्रवेश करेंगे जिन्हें शहर से माल भरना एवं खाली कराना होगा। शेष वाहन बाईपास के द्वारा सीधे निकलेंगे। नौसर घाटी से भारी एवं भार वाहनों का 24 घण्टे प्रतिबंध जारी रहेगा।
इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निकया गोहाएन, अतिरिक्त जिला कलेक्टर किशोर कुमार, अबु सूफियान चौहान, जिला रसद अधिकारी दीप्ति शर्मा, नगर निगम की उपायुक्त ज्योति ककवानी, जिला भामाशाह अधिकारी पुष्पा सिंह सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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