Breaking News

हुनर से बालिका खड़ी होगी अपने पैरों पर : मालिनी अग्रवाल

अजमेर । अजमेर रैंज की पुलिस महानिरीक्षक मालिनी अग्रवाल ने पं. दीन दयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी बालिका कौशल विकास शिविर में कहा कि बालिका हुनर प्राप्त कर अपने पैरों पर खड़ी हो सकती है।

अग्रवाल ने कहा कि शिविर के माध्यम से सीखे गए कौशल का अपने दैनिक जीवन में उपयोग लें। मेहनत और ध्येय के साथ कार्य करने से सफलता निश्चित तौर पर मिलती है। शिविर में बालिकाओं ने बाजार में मिलने वाली वस्तुओं से भी सुन्दर सामग्री निर्मित की है। यह बालिकाओं के निखरे हुए हुनर का परिचायक है। कार्य का आरम्भ छोटे स्तर से करके उसे श्रंखलाबद्ध करते हुए बड़े स्तर का करना सफल व्यक्तियों की निशानी होती है। शौक के साथ रोजगार प्रदान करने वाला कार्य करना सफलता की अतिरिक्त गारंटी होती है।

उन्होंने कहा कि बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी प्राप्त करना चाहिए। पुलिस लाइन में यह प्रशिक्षण करवाया जाता है। बालिकाओं को छेड़छाड़ जैसे मसलों पर बैहिचक आगे आना चाहिए। इस संबंध में शिकायत करने से असामाजिक तत्वों पर लगाम लगायी जा सकती है।

जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने हैरी पोटर की लेखिका रौलिंग का उदाहरण देकर बालिकाओं को असफलता को सफलता में बदलने का संदेश दिया। उन्होंने बताया कि सफलता प्राप्त करने के लिए डिग्री की नहीं स्किल की आवश्यकता होती है। डिग्री और प्रमाण पत्र आपकी शैक्षिक योग्यता की जानकारी दे सकते है। सफलता हुनर से ही मिलती है।

उन्होंने कहा कि 1947 में भारत का 90 प्रतिशत व्यवसाय पारिवारिक घरानों के द्वारा संचालित होता था। वर्तमान में बाम्बे स्टाॅक एक्सचेंज में सूचीबद्ध प्रमुख कम्पनिययों मे से 70 प्रतिशत नयी है। इनका संचालन प्रथम पीढ़ी के द्वारा ही किया जा रहा है। यह कौशल के द्वारा ही संभव हो पाया है। भारत की जनसंख्या हुनरमंद होने पर अभिशाप के स्थान पर वरदान साबित हो सकती है। भारत युवाओं का देश है। युवा के कौशल युक्त होने से भारत विश्व शक्ति बन जाएगा।

शिविर के प्रभारी एवं पूर्व विधायक हरीश झामनानी ने बताया कि पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी बालिका कौशल विकास शिविर का समापन समारोह आरपीएससी के पास महिला एवं बाल विकास विभाग के नवनिर्मित भवन के लोकार्पण समारोह के साथ किया जाएगा। इसमें बालिकाओं के द्वारा निर्मित सामग्री का प्रदर्शन किया जाएगा। समारोह में बालिकाओं को महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय के उद्यमिता विकास एवं व्यवसाय प्रबंधन केन्द्र के द्वारा प्रमाण पत्र भी प्रदान किए जाएंगे।

No comments