आनंदपाल का 'एनकाउंटर' या 'फर्जी एनकाउंटर', पुलिस कार्यशैली पर उठे सवाल
जयपुर। साल 2015 में पुलिस को चकमा देकर फरार होने के बाद से लगातार पुलिस को छका रहे राजस्थान के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर आनंदपाल सिंह को आखिरकार एनकाउंटर में मार गिराया गया है। पुलिस के लिए आनंदपाल के एनकाउंटर को भले ही बड़ी कामयाबी माना जा रहा हो, लेकिन सोशल मीडिया पर आनंदपाल के एनकाउंटर को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग कई तरह की बातें कर आनंदपाल के एनकाउंटर को संदेह के घेरे में खड़ा कर रहे हैं, जिससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।
आनंदपाल को एनकाउंटर में ढेर कर राजस्थान समेत पांच राज्यों की पुलिस केे लिए मोस्ट वांटेड बन चुके गैंगस्टर आनंदपाल और उसकी दहशत को खत्म कर दिया गया है। ऐसे में आनंदपाल की मौत को राजस्थान पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। वहीं राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर का खात्मा हो जाने से प्रदेश को भी उसके आतंक और दहशत से निजात मिलने की बातें सामने आ रही है। वहीं सोशल मीडिया पर आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर पर भी कई तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर लोग कई तरह की बातें कर रहे हैं। कोई आनंदपाल को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि दे रहा है तो कोई उसे रियल टाइगर की उपाधि से नवाज रहा है। कोई आनंदपाल की मौत की खबर पर अभी तक भी विश्वास नहीं कर पा रहा है, तो कोई आनंदपाल के एनकाउंटर को फर्जी तक करार देकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहा है। हालांकि सच्चाई भले ही कुछ भी हो, लेकिन इतना जरूर है कि हर अपराध को उसकी सजा जरूर मिलती है, भले ही उसमें कुछ या फिर थोड़ा ज्यादा समय क्यों न लग जाए।
सोशल मीडिया पर कई तरह की बातें सामने आने के साथ ही आज मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप पर एक आॅडियो भी जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें आनंदपाल के एनकाउंटर पर सवालों की बोछार होती हुई सुनाई पड़ रही है। इस आॅडियो में आनंदपाल के ही गांव सांवराद को कोई रूप सिंह नाम का आदमी किसी अन्य आदमी के साथ फोन पर बात करता हुआ सुनाई दे रहा है, जो संभवतया बीकानेर पुलिस का कोई कार्मिक हो सकता है।
इस आॅडियो में रूप सिंह सबसे पहले आनंदपाल सिंह की मौत पर अफसोस जता रहा है, वहीं सामने वाला व्यक्ति कुछ बता नहीं पाने की स्थिति में नजर आ रहा है। जबकि यह व्यक्ति ये भी कह रहा है कि आनंदपाल वाले मामले से भलीभांति वाकिफ है। दोनों व्यक्तियों की बातों में आनंदपाल के एनकाउंटर को फर्जी एनकाउंटर बताया जा रहा है। इस आॅडियो में बताया जा रहा है कि आनंदपाल को पहले पकड़ा गया था और करीब आधे घंटे तक बातचीत के बाद उसे मारा गया है। वहीं आनंदपाल को 6 नहीं सिर्फ 2 ही गोलियां लगी थी। बाकि गोलियां उसे बाद में मारी गई है।
यहां सुनिये वायरल हो रहा पूरा आॅडियो :
बहरहाल, जिस प्रकार से हर अपराध और अपराधी को आखिरकार अपने गुनाहों की सजा का सामना करना पड़ता है, ठीक उसी प्रकार से आनंदपाल जिस रास्ते पर बहुत आगे तक निकल चुका था, उसका अंत भी उसी रास्ते पर हो गया है। ऐसे में आनंदपाल को अपराधों की दुनिया में बेताज बादशाह बनने की सजा तो यकीनन भुगतनी ही थी। अब वो सजा फिर चाहे जेल में न होेकर जान गंवाने की ही क्यों न हो।
आनंदपाल को एनकाउंटर में ढेर कर राजस्थान समेत पांच राज्यों की पुलिस केे लिए मोस्ट वांटेड बन चुके गैंगस्टर आनंदपाल और उसकी दहशत को खत्म कर दिया गया है। ऐसे में आनंदपाल की मौत को राजस्थान पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। वहीं राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर का खात्मा हो जाने से प्रदेश को भी उसके आतंक और दहशत से निजात मिलने की बातें सामने आ रही है। वहीं सोशल मीडिया पर आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर पर भी कई तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर लोग कई तरह की बातें कर रहे हैं। कोई आनंदपाल को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि दे रहा है तो कोई उसे रियल टाइगर की उपाधि से नवाज रहा है। कोई आनंदपाल की मौत की खबर पर अभी तक भी विश्वास नहीं कर पा रहा है, तो कोई आनंदपाल के एनकाउंटर को फर्जी तक करार देकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहा है। हालांकि सच्चाई भले ही कुछ भी हो, लेकिन इतना जरूर है कि हर अपराध को उसकी सजा जरूर मिलती है, भले ही उसमें कुछ या फिर थोड़ा ज्यादा समय क्यों न लग जाए।
सोशल मीडिया पर कई तरह की बातें सामने आने के साथ ही आज मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप पर एक आॅडियो भी जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें आनंदपाल के एनकाउंटर पर सवालों की बोछार होती हुई सुनाई पड़ रही है। इस आॅडियो में आनंदपाल के ही गांव सांवराद को कोई रूप सिंह नाम का आदमी किसी अन्य आदमी के साथ फोन पर बात करता हुआ सुनाई दे रहा है, जो संभवतया बीकानेर पुलिस का कोई कार्मिक हो सकता है।
इस आॅडियो में रूप सिंह सबसे पहले आनंदपाल सिंह की मौत पर अफसोस जता रहा है, वहीं सामने वाला व्यक्ति कुछ बता नहीं पाने की स्थिति में नजर आ रहा है। जबकि यह व्यक्ति ये भी कह रहा है कि आनंदपाल वाले मामले से भलीभांति वाकिफ है। दोनों व्यक्तियों की बातों में आनंदपाल के एनकाउंटर को फर्जी एनकाउंटर बताया जा रहा है। इस आॅडियो में बताया जा रहा है कि आनंदपाल को पहले पकड़ा गया था और करीब आधे घंटे तक बातचीत के बाद उसे मारा गया है। वहीं आनंदपाल को 6 नहीं सिर्फ 2 ही गोलियां लगी थी। बाकि गोलियां उसे बाद में मारी गई है।
यहां सुनिये वायरल हो रहा पूरा आॅडियो :
बहरहाल, जिस प्रकार से हर अपराध और अपराधी को आखिरकार अपने गुनाहों की सजा का सामना करना पड़ता है, ठीक उसी प्रकार से आनंदपाल जिस रास्ते पर बहुत आगे तक निकल चुका था, उसका अंत भी उसी रास्ते पर हो गया है। ऐसे में आनंदपाल को अपराधों की दुनिया में बेताज बादशाह बनने की सजा तो यकीनन भुगतनी ही थी। अब वो सजा फिर चाहे जेल में न होेकर जान गंवाने की ही क्यों न हो।
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