मरा नहीं है, अभी भी जिंदा है आनंदपाल, सूचना दीजिए और पाइए 5 लाख रुपए का ईनाम!
जयपुर। राजस्थान समेत पांच राज्यों की पुलिस के लिए मोस्ट वांटेड अपराधी बन चुके कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल सिंह को एनकाउंटर में मार दिया गया है। आनंदपाल सिंह का एनकाउंटर राजस्थान पुलिस के लिए यकीनन किसी बड़ी कामयाबी से कम नहीं है, क्योंकि पुलिस को चकमा देकर फरार होने के बाद से वह लगातार पुलिस को गच्चा दे रहा था। लेकिन आपको ये जानकार हैरत होगी कि आनंदपाल अभी भी मरा नहीं है, बल्कि जिंदा है और उसकी सूचना देने वाले को पुलिस की ओर से पांच लाख रुपए का ईनाम दिया जाएगा।
सुनने में ये बात आपको यकीनन अजीब और अविश्वसनीय लग रही होगी, लेकिन चौकिए मत जनाब, क्योंकि ये सच है। जी हां, ये सच है राजस्थान पुलिस के अनुसार, जो अपनी अधिकारिक वेबसाइट www.police.rajasthan.gov.in पर आनंदपाल को अभी भी जिंदा बता रही है। साथ ही उसकी सूचना देने वाले को पांच लाख रुपए का ईनाम दिए जाने की बात भी कही जा रही है।
वेबसाइट पर दिए गए ईनामी बदमाशों की सूची में आनंदपाल का नाम सबसे ऊपर दिखाया जा रहा है, जिस पर पांच लाख रुपए का ईनाम घोषित है। जबकि वेबसाइट के होमपेज पर ही दिखाई जा रही विज्ञप्तियों में आनंदपाल के एनकांउटर की खबर को सबसे ऊपर दिखाया जा रहा है, जिसमें लिखा है कि 'कुख्यात अपराधी एवं 5 लाख रूपये इनामी अपराधी आनन्दपाल सिंह पुलिस मुठभेड़ में ढेर, साथी 1 लाख रुपये के इनामी दो साथी हुए गिरफ्तार।'
दरअसल, साल 2015 में पुलिस को चकमा देकर फरार होने के बाद से पुलिस को लगातार उसकी तलाश थी और उसकी सूचना देने वाले को पांच लाख रुपए का ईनाम घोषित किया गया था। लेकिन पुलिस ने 24 जून की देर रात चूरू के मालसर में उसका एनकांउटर कर उसका खात्मा कर दिया। अब जब आनंदपाल का एनकाउंटर कर उसे मार दिया गया है, तो भी राजस्थान पुलिस की वेबसाइट पर उसके बारे में डाली गई सूचना को अपडेट नहीं किया गया है। ऐसे में राजस्थान पुलिस की डिजिटल मुस्तैदी साफ दिखाई दे रही है।
सुनने में ये बात आपको यकीनन अजीब और अविश्वसनीय लग रही होगी, लेकिन चौकिए मत जनाब, क्योंकि ये सच है। जी हां, ये सच है राजस्थान पुलिस के अनुसार, जो अपनी अधिकारिक वेबसाइट www.police.rajasthan.gov.in पर आनंदपाल को अभी भी जिंदा बता रही है। साथ ही उसकी सूचना देने वाले को पांच लाख रुपए का ईनाम दिए जाने की बात भी कही जा रही है।
वेबसाइट पर दिए गए ईनामी बदमाशों की सूची में आनंदपाल का नाम सबसे ऊपर दिखाया जा रहा है, जिस पर पांच लाख रुपए का ईनाम घोषित है। जबकि वेबसाइट के होमपेज पर ही दिखाई जा रही विज्ञप्तियों में आनंदपाल के एनकांउटर की खबर को सबसे ऊपर दिखाया जा रहा है, जिसमें लिखा है कि 'कुख्यात अपराधी एवं 5 लाख रूपये इनामी अपराधी आनन्दपाल सिंह पुलिस मुठभेड़ में ढेर, साथी 1 लाख रुपये के इनामी दो साथी हुए गिरफ्तार।'
दरअसल, साल 2015 में पुलिस को चकमा देकर फरार होने के बाद से पुलिस को लगातार उसकी तलाश थी और उसकी सूचना देने वाले को पांच लाख रुपए का ईनाम घोषित किया गया था। लेकिन पुलिस ने 24 जून की देर रात चूरू के मालसर में उसका एनकांउटर कर उसका खात्मा कर दिया। अब जब आनंदपाल का एनकाउंटर कर उसे मार दिया गया है, तो भी राजस्थान पुलिस की वेबसाइट पर उसके बारे में डाली गई सूचना को अपडेट नहीं किया गया है। ऐसे में राजस्थान पुलिस की डिजिटल मुस्तैदी साफ दिखाई दे रही है।
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