Breaking News

वीडियो में देखें : नग्न अवस्था में रेगिस्तान में गले तक दफन कर कैसे होता है ये अनोखा इलाज

Registan me ilaaj, unique treatment, burying in desert, treatment in desert, Misra, Siva Desert in Egypt, Egypt Desert
क्या आपने कभी ये कल्पना भी की है कि किसी रेगिस्तान में तपती धूप के अंदर किसी आदमी को पूरी तरह से नग्न अवस्था में गले तक दफन करके किसी बीमारी को दूर किया जा सकता है? जाहिर तौर पर इसकी कल्पना तक भी किया जाना संभव नहीं है, लेकिन यदि हम आपसे कहें कि इस दुनिया में एक जगह ऐसी भी है, जहां पर ठीक इसी तरह से लोगों की बीमारियों का इलाज किया जाता है। इतना ही नहीं, कई सारे लोग यहां पर अपनी बीमारी का इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं। निश्चित तौर से आप इस बात पर यकीन करने से पहले एक बार जरूर सोच में पड़ जाएंगे।

जी हां, ये सच है और ये जगह है मिस्र में, जहां सैंकड़ों की तादाद में लोग अपनी बीमारी को दूर करने के लिए पहुंचते हैं। यहां एक रेगिस्तानी जगह एेसी है, जहां लोग अपने नग्न शरीर को रेत से ढक लेते हैं और एेसा करने वाले महज एक-दो लोग ही नहीं, बल्कि बहुत सारे हैं। दरअसल ये लोग अपना इलाज कराने के लिए यहां आते हैं। कहते हैं कि इस रेगिस्तान में चमत्कारी ताकत है, जिससे कई बीमारियां सही हो रही है। इस इलाज की खास बात ये है कि जब तक इलाज चलता है, व्यक्ति को नहाने की इजाजत नहीं होती है। रेत पर बने छोटे से घरों में मरीजों को तय वक्त तक रहने दिया जाता है।


हड्डी संबंधी बीमारियों से परेशान लोगों या फिर जिन्हें नपुंसकता की शिकायत होती है, वे यहां आकर इलाज करवाते हैं। बीमारी के अनुसार, तीन से नौ दिनों तक मरीजाें का इलाज किया जाता है। इस इलाज में व्यक्ति को जब दिन में सबसे ज्यादा धूप होती है, उस वक्त गले तक रेत में दबा दिया जाता है। उस वक्त मरीज पूरी तरह नग्न अवस्था में होता है। साथ ही इलाज के दौरान उसे खुले आसमान के नीचे रहना होता है। करीब दस से पन्द्रह मिनट तक रेत में ही दबे रहने दिया जाता है आैर फिर उसके बाद में उसे निकाल लिया जाता है।

मिस्र के दकरूर पहाड़ी के पास 'सिवा' नामक रेगिस्तान में इस तरह से इलाज लेने के लिए बहुत सारे लोग पहुंचते हैं। करीब ढार्इ-तीन हजार रुपए में ये इलाज किया जाता है। हालांकि वैज्ञानिक कसौटी पर ये इलाज कितना असरदार है, इसके बारे में कुछ भी कहा जाना संभव नहीं है, लेकिन इतना जरूर है कि यहां लोग साल में दो बार इस इलाज को लेने के लिए पहुंच ही जाते हैं।

No comments