राम रहीम को दोषी क्या ठहराया, 'एक व्यक्ति की भक्ति' में 'संत के शैतान' बन गए डेरा समर्थक
नई दिल्ली। डेरा सच्चा सौदा की अनुयायी साध्वी के साथ यौन शोषण के मामले में डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद हालात काफी भयावह हो गए हैं। पंजाब-हरियाणा में डेरा समर्थकों ने इस कदर उपद्रव मचाया कि कई जगहों पर हिंसा भड़क उठी। इस हिंसा में जहां 30 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, वहीं कई लोग घायल हो गए हैंं। कोर्ट के फैसले से नाराज डेरा समर्थकों ने कई न्यूज चैनल्स की ओबी वैनों में आग लगा दी और कुछ मीडियाकर्मियों पर भी हमला बोल दिया। वहीं कई जगहों पर आगजनी कर फायर बिग्रेड की गाड़ियों समेत दर्जनों गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
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पंचकूला में सीबीआई की विशेष अदालत ने रेप केस में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को दोषी करार क्या दिया, डेरा समर्थक इतने उग्र हो गए कि वे एक आदमी की अंधभक्ति में किसी 'संत के शैतान' बन गए। डेरा समर्थकों ने कोर्ट के फैसले से इस कदर हिंसा मचाई कि पुलिस बल समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों को भी पथराव के सामने अपने कदम पीछे और खींचने पड़ गए। इन सबके बीच एक बात जहन में आती है कि सिरसा और पंचकूला में पिछले जब दो-तीन दिनों से लाखों की तादाद में जुट रहे डेरा समर्थकों को वहां से खदेड़ दिया जाता तो शायद हालात इस कदर भयावह नहीं होते।
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पंचकूला समेत कई जगहों पर हालात इस कदर भयावह बन गए कि गुस्साए डेरा समर्थकों को देखकर ऐसा प्रतीत होने लगा जैसे ये लोग एक आदमी की अंधभक्ति में किसी 'संत के शैतान' बन गए हो। पुलिस ने हिंसा पर रोकथाम के लिए हवाई गोलीबारी की, प्रदर्शनकारियों पर आंसूगैस के गोले छोड़े और पानी की बौछार की। डेरा समर्थकों को काबू में करने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा की गई गोलीबारी में 30 लोगों की मौत हो गई, वहीं हिंसा में सुरक्षाकर्मियों सहित 100 लोग घायल हुए हैं।
पंचकूला के बाहर हरियाणा, पंजाब और यहां तक कि राजस्थान के कुछ इलाकों में हिंसा फैलने की खबरें आ रही हैं। पुलिस ने कहा कि पूर्वोत्तर दिल्ली के लोनी चौक में कथित तौर पर डेरा सच्चा सौदा समर्थकों ने बस में आग लगा दी। घायलों में पत्रकार और पुलिसकर्मी शामिल हैं। खबरों में घायलों की संख्या सौ से ज्यादा बताई जा रही है। खास बात ये है कि डेरा समर्थकों में अधिकांशत: महिलाएं भी शामिल हैं, जिनका हौसला इस कदर था कि उन्हें देखकर कोई ये सोच भी नहीं सकता कि क्या कोई महिला भी इस कदर इंसानियत की हदें पार कर सकती हैं।
बहरहाल, रेप केस में डेरा प्रमुख राम रहीम पर कोर्ट के फैसले के बाद बने हालात को देखकर सवाल उठता है कि आखिर जब पिछले दो-तीन दिनोें से लगातार लाखों की तादाद में जुट रहे डेरा समर्थकों को क्यो नहीं रोका गया। जब पिछले दिनों से लगातार देशभर से लाखों की तादाद में सिरसा, पंचकूला समेत अन्य जगहों पर डेरा समर्थकों का जुटना जारी था, तब इन्हें रोकने के लिए कवायद क्यों नहीं की गई। अगर इन समर्थकों को यहां जमा ही नहीं होने दिया जाता तो आज ये हालात नहीं बनते। ऐसे में एक व्यक्ति की भक्ति की में संत के शैतान बन गए डेरा समर्थकों द्वारा किए जा रहे उपद्रव के बाद पंजाब-हरियाण समेत दिल्ली एवं राजस्थान समेत कई जगह पर बने हालात को देखते हुए हरियाणा की खट्टर सरकार की नाकामी साफ झलकती है।
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पंचकूला समेत कई जगहों पर हालात इस कदर भयावह बन गए कि गुस्साए डेरा समर्थकों को देखकर ऐसा प्रतीत होने लगा जैसे ये लोग एक आदमी की अंधभक्ति में किसी 'संत के शैतान' बन गए हो। पुलिस ने हिंसा पर रोकथाम के लिए हवाई गोलीबारी की, प्रदर्शनकारियों पर आंसूगैस के गोले छोड़े और पानी की बौछार की। डेरा समर्थकों को काबू में करने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा की गई गोलीबारी में 30 लोगों की मौत हो गई, वहीं हिंसा में सुरक्षाकर्मियों सहित 100 लोग घायल हुए हैं।
पंचकूला के बाहर हरियाणा, पंजाब और यहां तक कि राजस्थान के कुछ इलाकों में हिंसा फैलने की खबरें आ रही हैं। पुलिस ने कहा कि पूर्वोत्तर दिल्ली के लोनी चौक में कथित तौर पर डेरा सच्चा सौदा समर्थकों ने बस में आग लगा दी। घायलों में पत्रकार और पुलिसकर्मी शामिल हैं। खबरों में घायलों की संख्या सौ से ज्यादा बताई जा रही है। खास बात ये है कि डेरा समर्थकों में अधिकांशत: महिलाएं भी शामिल हैं, जिनका हौसला इस कदर था कि उन्हें देखकर कोई ये सोच भी नहीं सकता कि क्या कोई महिला भी इस कदर इंसानियत की हदें पार कर सकती हैं।
बहरहाल, रेप केस में डेरा प्रमुख राम रहीम पर कोर्ट के फैसले के बाद बने हालात को देखकर सवाल उठता है कि आखिर जब पिछले दो-तीन दिनोें से लगातार लाखों की तादाद में जुट रहे डेरा समर्थकों को क्यो नहीं रोका गया। जब पिछले दिनों से लगातार देशभर से लाखों की तादाद में सिरसा, पंचकूला समेत अन्य जगहों पर डेरा समर्थकों का जुटना जारी था, तब इन्हें रोकने के लिए कवायद क्यों नहीं की गई। अगर इन समर्थकों को यहां जमा ही नहीं होने दिया जाता तो आज ये हालात नहीं बनते। ऐसे में एक व्यक्ति की भक्ति की में संत के शैतान बन गए डेरा समर्थकों द्वारा किए जा रहे उपद्रव के बाद पंजाब-हरियाण समेत दिल्ली एवं राजस्थान समेत कई जगह पर बने हालात को देखते हुए हरियाणा की खट्टर सरकार की नाकामी साफ झलकती है।
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