सड़कों का हुआ विकास, आवागमन सुविधाओं ने पाया विस्तार
भीलवाड़ा। नए और सुनहरे राजस्थान के निर्माण और चौतरफा विकास की दृष्टि से प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों की बदौलत आज राजस्थान देश के तीव्र प्रगतिकारी राज्यों में खास पहचान बना चुका है।
नित नई योजनाओं, उपलब्धियों के बढ़ते जा रहे ग्राफ और हर क्षेत्र में तरक्की के प्रवाह ने आज प्रदेश में बहुआयामी और लोक मंगलकारी विकास का इतिहास कायम किया है।
बुनियादी विकास को और अधिक मजबूती मिल रही है वहीं दीर्घकालीन विकास की दूरदृष्टि सोच का ही परिणाम है कि आज राजस्थान मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की सोच और सपनों के अनुरूप इन्द्रधनुषी विकास को साकार कर रहा है।
प्रदेश में आधारभूत सुविधाओं और सेवाओं से जुड़े महकमों में विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के बेहतर और व्यापक क्रियान्वयन ने राजस्थान को चौतरफा विकास के मामले में देश भर में अग्रणी पहचान दी है।
चौतरफा विकास का सुकून
प्रदेश के सर्वांगीण विकास को मूर्त रूप प्रदान करने में सार्वजनिक निर्माण विभाग की भूमिका अहम है और विभाग द्वारा हाल के चार वर्ष में प्रदेश के हर जिले में उल्लेखनीय कार्य किए गए हैं जिनका जन-जन को लाभ प्राप्त हो रहा है। प्रदेश के भीलवाड़ा जिले में भी सार्वजनिक निर्माण विभाग ने पिछले 4 वर्ष में सड़क सुविधाओं के विस्तार एवं विकास, हाईवे, भवन निर्माण, लोकोपयोगी विभिन्न संरचनाओं को बनाने आदि के खूब सारे कार्य किए हैं।
जिले में सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा ग्रामीण एवं शहरी गौरवपथ, नोन पेचेबल, मिसिंग लिंक बाढ़ से क्षतिग्रस्त पुलिया, माईनिंग सड़क कार्य, आर.आर.एस.एम.जी., पी.एम.जी.एस.जी.वाई, भवन कार्य, एम.जे.एस.ए.आर.ए.एस. आर.डी.सी. एयर स्ट्रीप हमीरगढ़, आर.ओ.बी आदि 743 कार्यों पर 653.70 लाख रुपए व्यय किए गए। इनमें 1201.93 किलोमीटर लम्बी सड़कों के निर्माण सहित का निर्माण शामिल है।
गौरव का अहसास करा रहे गौरव पथ
जिले में बनाए गए ग्रामीण और शहरी गौरव पथ सड़क सुविधा की दृष्टि से गौरव का अहसास कराने वाले हैं। ग्रामीण गौरव पथ योजना के प्रथम एवं द्वितीय चरण में 157 ग्राम पंचायतों में 131.74 किमी ग्रामीण गौरव पथ का निर्माण करवाया गया जिन पर 82.28 करोड़ रुपए व्यय हुए। तृतीय एवं चतुर्थ चरण में 88.22 करोड़ राशि से 149.70 किमी लम्बाई के 152 गौरव पथ का निर्माण प्रगति पर हैं।
इसी प्रकार शहरी गौरव पथ योजना के तहत जिले के 6 नगरपालिका क्षेत्रों में 15 करोड़ रुपए की लागत से 9.42 किलोमीटर शहरी गौरव पथ निर्माण करवाया जा रहा है।
सड़क विकास का सुनहरा दौर
जिले में सड़कों के विस्तार, विकास, सुदृढ़ीकरण, आधुनिकीकरण, नवीन सड़कों के निर्माण आदि की दृष्टि से हाल के चार वर्ष उपलब्धिमूलक रहे हैं। जिले में आईआरडीएफ के तहत 522 किलोमीटर लम्बाई के 164 सड़क नवीनीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्यों पर 81.17 करोड़ रुपए व्यय किये गये।
मिसिंग लिंक योजना के तहत 147.34 किलोमीटर लंबी 58 मिसिंग लिंक सड़कों का निर्माण कराया गया जिन पर 43.56 करोड़ रुपए के काम हुए। माइनिंग सड़क कार्य के तहत 17.80 किमी लम्बाई के 2 सड़क कार्यों पर 19.57 करोड़ स्वीकृत हुए। इनमें से एक कार्य पूर्ण हो चुका है। आरआरएसएमपी योजना के तहत 79.62 करोड़ रुपए के 90 कार्य करवाये गये। केन्द्रीय सड़क निधि योजनान्तर्गत 339.10 किलोमीटर लम्बाई के 10 सड़क सुदृढ़ीकरण कार्यो पर 136.07 करोड़ रुपए व्यय किये गये। भीलवाड़ा में मेडिकल कॉलेज का निर्माण एवं चिकित्सा शिक्षा अस्पताल के उन्नयन का कार्य 189करोड़ की लागत से हो रहा है।
ग्रामीण सम्पर्क सुविधाओं का हुआ विस्तार
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 137.28 किलोमीटर लम्बाई के 16 कार्यों पर 69.21 करोड़ के कार्य प्रस्तावित। विभिन्न विभागों के 125.22 करोड़ लागत के 112 निर्माण कार्यो में से 88 कार्य पूर्ण कर लिये गये हैं। शेष कार्य प्रगतिरत हैं। सहाडा, बनेड़ा, माण्डल, कोटडी तथा आसीन्द में 49.80 करोड़ रुपए लागत से नवीन आईटीआई भवनों का निर्माण करवाया जा रहा हैै। एनएचएआई द्वारा भीम-परासोली-गुलाबपुरा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-148 डी की दो लेन 69.267 किलोमीटर का निर्माण 167.56 करोड़ रुपए लागत से कराया जा रहा हैै। आसीन्द, माण्डल एवं गुलाबपुरा में 58.5 किलोमीटर सड़क पूर्ण की गई। हमीरगढ़ एयरस्ट्रीप का 3 किमी लम्बाई का नवीनीकरण कार्य 2.59 करोड़ की लागत से पूर्ण किया गया।
भीलवाड़ा जिले में सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा हाल के चार वर्ष में इसी तरह के बड़ी संख्या में कार्यों को मूर्त रूप दिया गया। इससे जन सुविधाओं में बढ़ोतरी हुई और बहुमुखी विकास का नवीन परिदृश्य साकार हुआ है।
नित नई योजनाओं, उपलब्धियों के बढ़ते जा रहे ग्राफ और हर क्षेत्र में तरक्की के प्रवाह ने आज प्रदेश में बहुआयामी और लोक मंगलकारी विकास का इतिहास कायम किया है।
बुनियादी विकास को और अधिक मजबूती मिल रही है वहीं दीर्घकालीन विकास की दूरदृष्टि सोच का ही परिणाम है कि आज राजस्थान मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की सोच और सपनों के अनुरूप इन्द्रधनुषी विकास को साकार कर रहा है।
प्रदेश में आधारभूत सुविधाओं और सेवाओं से जुड़े महकमों में विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के बेहतर और व्यापक क्रियान्वयन ने राजस्थान को चौतरफा विकास के मामले में देश भर में अग्रणी पहचान दी है।
चौतरफा विकास का सुकून
प्रदेश के सर्वांगीण विकास को मूर्त रूप प्रदान करने में सार्वजनिक निर्माण विभाग की भूमिका अहम है और विभाग द्वारा हाल के चार वर्ष में प्रदेश के हर जिले में उल्लेखनीय कार्य किए गए हैं जिनका जन-जन को लाभ प्राप्त हो रहा है। प्रदेश के भीलवाड़ा जिले में भी सार्वजनिक निर्माण विभाग ने पिछले 4 वर्ष में सड़क सुविधाओं के विस्तार एवं विकास, हाईवे, भवन निर्माण, लोकोपयोगी विभिन्न संरचनाओं को बनाने आदि के खूब सारे कार्य किए हैं।
जिले में सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा ग्रामीण एवं शहरी गौरवपथ, नोन पेचेबल, मिसिंग लिंक बाढ़ से क्षतिग्रस्त पुलिया, माईनिंग सड़क कार्य, आर.आर.एस.एम.जी., पी.एम.जी.एस.जी.वाई, भवन कार्य, एम.जे.एस.ए.आर.ए.एस. आर.डी.सी. एयर स्ट्रीप हमीरगढ़, आर.ओ.बी आदि 743 कार्यों पर 653.70 लाख रुपए व्यय किए गए। इनमें 1201.93 किलोमीटर लम्बी सड़कों के निर्माण सहित का निर्माण शामिल है।
गौरव का अहसास करा रहे गौरव पथ
जिले में बनाए गए ग्रामीण और शहरी गौरव पथ सड़क सुविधा की दृष्टि से गौरव का अहसास कराने वाले हैं। ग्रामीण गौरव पथ योजना के प्रथम एवं द्वितीय चरण में 157 ग्राम पंचायतों में 131.74 किमी ग्रामीण गौरव पथ का निर्माण करवाया गया जिन पर 82.28 करोड़ रुपए व्यय हुए। तृतीय एवं चतुर्थ चरण में 88.22 करोड़ राशि से 149.70 किमी लम्बाई के 152 गौरव पथ का निर्माण प्रगति पर हैं।
इसी प्रकार शहरी गौरव पथ योजना के तहत जिले के 6 नगरपालिका क्षेत्रों में 15 करोड़ रुपए की लागत से 9.42 किलोमीटर शहरी गौरव पथ निर्माण करवाया जा रहा है।
सड़क विकास का सुनहरा दौर
जिले में सड़कों के विस्तार, विकास, सुदृढ़ीकरण, आधुनिकीकरण, नवीन सड़कों के निर्माण आदि की दृष्टि से हाल के चार वर्ष उपलब्धिमूलक रहे हैं। जिले में आईआरडीएफ के तहत 522 किलोमीटर लम्बाई के 164 सड़क नवीनीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्यों पर 81.17 करोड़ रुपए व्यय किये गये।
मिसिंग लिंक योजना के तहत 147.34 किलोमीटर लंबी 58 मिसिंग लिंक सड़कों का निर्माण कराया गया जिन पर 43.56 करोड़ रुपए के काम हुए। माइनिंग सड़क कार्य के तहत 17.80 किमी लम्बाई के 2 सड़क कार्यों पर 19.57 करोड़ स्वीकृत हुए। इनमें से एक कार्य पूर्ण हो चुका है। आरआरएसएमपी योजना के तहत 79.62 करोड़ रुपए के 90 कार्य करवाये गये। केन्द्रीय सड़क निधि योजनान्तर्गत 339.10 किलोमीटर लम्बाई के 10 सड़क सुदृढ़ीकरण कार्यो पर 136.07 करोड़ रुपए व्यय किये गये। भीलवाड़ा में मेडिकल कॉलेज का निर्माण एवं चिकित्सा शिक्षा अस्पताल के उन्नयन का कार्य 189करोड़ की लागत से हो रहा है।
ग्रामीण सम्पर्क सुविधाओं का हुआ विस्तार
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 137.28 किलोमीटर लम्बाई के 16 कार्यों पर 69.21 करोड़ के कार्य प्रस्तावित। विभिन्न विभागों के 125.22 करोड़ लागत के 112 निर्माण कार्यो में से 88 कार्य पूर्ण कर लिये गये हैं। शेष कार्य प्रगतिरत हैं। सहाडा, बनेड़ा, माण्डल, कोटडी तथा आसीन्द में 49.80 करोड़ रुपए लागत से नवीन आईटीआई भवनों का निर्माण करवाया जा रहा हैै। एनएचएआई द्वारा भीम-परासोली-गुलाबपुरा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-148 डी की दो लेन 69.267 किलोमीटर का निर्माण 167.56 करोड़ रुपए लागत से कराया जा रहा हैै। आसीन्द, माण्डल एवं गुलाबपुरा में 58.5 किलोमीटर सड़क पूर्ण की गई। हमीरगढ़ एयरस्ट्रीप का 3 किमी लम्बाई का नवीनीकरण कार्य 2.59 करोड़ की लागत से पूर्ण किया गया।
भीलवाड़ा जिले में सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा हाल के चार वर्ष में इसी तरह के बड़ी संख्या में कार्यों को मूर्त रूप दिया गया। इससे जन सुविधाओं में बढ़ोतरी हुई और बहुमुखी विकास का नवीन परिदृश्य साकार हुआ है।
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