हर्षोल्लास से मनाया स्वामी बसंतराम महाराज का 116वां जन्मोत्सव
अजमेर। सतगुरु स्वामी बसंतराम महाराज का 116वां जन्मोत्सव वैशाली नगर स्थित प्रेम प्रकाश आश्रम में हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। जन्मोत्सव के अन्तर्गत जन्म साखी, भजन संध्या, सत्संग, दीप प्रज्वलन कर केक काटने सहित अनेक कार्यक्रम हुए।
संत ओमप्रकाश ने स्वामी बसंतराम की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि स्वामी बसंतराम महाराज वेदान्त के ज्ञाता थे। स्वामी बसंतराम महाराज ने हमेशा ही परमात्मा से सच्चा प्रेम करने के लिये प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि भगवान से सच्चा प्रेम करने से ही हमारे ज्ञान के नेत्र खुलते हैं। हम भक्ति मार्ग में आगे बढ़ते हैं। मनुष्य का मन अति चंचल रहता है, स्थिर नहीं रहता, जिसका कारण मनुष्य की स्वयं की इन्द्रियां हैं, अगर मन को प्रभु की भक्ति में केंद्रित करेंगे तो मनुष्य भी ज्ञान मार्ग में आगे बढ़ता जायेगा और मनुष्य अपने मन को केंद्रित भी इन इंद्रियों की सहायता से कर सकता है। स्वामी बसंतराम जी महाराज ने अपने जीवन से हमें यह शिक्षा दी कि कभी हमें बुरा नहीं सोचना चाहिये, न ही किसी के प्रति द्वेष भावना रखनी चाहिये।
कार्यक्रम में आगे भजन संध्या में अजमेर के स्वामी अशोक गाफिल, हशू आसवानी, आदि ने भजन प्रस्तुत कर संगत को झूमने पर मज़बूर कर दिया। कार्यक्रम में दीप प्रज्वल्लन कर केक काटा गया। कार्यक्रम का समापन आरती पल्लव व प्रसाद वितरण के साथ हुआ। अंत में आश्रम के संत ओमप्रकाश ने आश्रम के आगामी कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 4 जनवरी, 2017 गुरुवार को प्रेम प्रकाश आश्रम, देहली गेट में सद्गुरु स्वामी बसंतराम महाराज का 116वां छठी महोत्सव धूमधाम से मनाया जायेगा।
संत ओमप्रकाश ने स्वामी बसंतराम की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि स्वामी बसंतराम महाराज वेदान्त के ज्ञाता थे। स्वामी बसंतराम महाराज ने हमेशा ही परमात्मा से सच्चा प्रेम करने के लिये प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि भगवान से सच्चा प्रेम करने से ही हमारे ज्ञान के नेत्र खुलते हैं। हम भक्ति मार्ग में आगे बढ़ते हैं। मनुष्य का मन अति चंचल रहता है, स्थिर नहीं रहता, जिसका कारण मनुष्य की स्वयं की इन्द्रियां हैं, अगर मन को प्रभु की भक्ति में केंद्रित करेंगे तो मनुष्य भी ज्ञान मार्ग में आगे बढ़ता जायेगा और मनुष्य अपने मन को केंद्रित भी इन इंद्रियों की सहायता से कर सकता है। स्वामी बसंतराम जी महाराज ने अपने जीवन से हमें यह शिक्षा दी कि कभी हमें बुरा नहीं सोचना चाहिये, न ही किसी के प्रति द्वेष भावना रखनी चाहिये।
कार्यक्रम में आगे भजन संध्या में अजमेर के स्वामी अशोक गाफिल, हशू आसवानी, आदि ने भजन प्रस्तुत कर संगत को झूमने पर मज़बूर कर दिया। कार्यक्रम में दीप प्रज्वल्लन कर केक काटा गया। कार्यक्रम का समापन आरती पल्लव व प्रसाद वितरण के साथ हुआ। अंत में आश्रम के संत ओमप्रकाश ने आश्रम के आगामी कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 4 जनवरी, 2017 गुरुवार को प्रेम प्रकाश आश्रम, देहली गेट में सद्गुरु स्वामी बसंतराम महाराज का 116वां छठी महोत्सव धूमधाम से मनाया जायेगा।
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