अजमेर में 487 स्कूलों में होगी कंप्यूटर लैब : कलेक्टर
अजमेर। अजमेर राजस्थान का पहला जिला होगा जहां मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की बजट घोषणा के तहत सभी सैकण्डरी व सीनियर सैकण्डरी स्कूलों में कम्प्यूटर लैब स्थापित होगी। जिले के 69 स्कूलों में कम्प्यूटर लैब की स्थापना के लिए आज इण्डियन ऑयल कॉर्पोरेशन एवं शिक्षा विभाग के बीच एमओयू हुआ। जिले में स्मार्ट सिटी योजना, डीएमएफटी फण्ड एवं अन्य योजनाओं व सीएसआर के तहत स्कूलों में लैब स्थापित की जाएगी।
अजमेर जिले के 69 सैकंडरी व सीनियर सैकंडरी स्कूलों में कम्प्यूटर लैब स्थापना के लिए आईओसी व शिक्षा विभाग के बीच एमओयू शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी और जिला कलेक्टर आरती डोगरा की उपस्थिति में संपन्न हुआ। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की बजट घोषणा के अनुसार प्रदेश के 7 हजार स्कूलों में कम्प्यूटर लैब स्थापित किए जाएंगे। उसके तहत 25 प्रतिशत राशि जन सहभागिता से मिलने पर 75 प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत वहन की जा रही है। राज्य सरकार चाहती है कि प्रदेश के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले सभी विद्यार्थी कम्प्यूटर तकनीक में सक्षम हों।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के एक लाख 63 हजार शिक्षकों को कम्प्यूटर का प्रशिक्षण दिया गया है। शिक्षकों को भी कम्पयूटर शिक्षा में पारंगत करने के लिए राज्य सरकार पूरी गम्भीरता के साथ काम कर रही है। इसके साथ ही विभिन्न योजनाओं के तहत विद्यार्थियों को लैपटॉप दिए गए हैं। आने वाले समय में राजस्थान के विद्यार्थी तकनीकि रूप से सबसे श्रेष्ठ होंगे।
जिला कलेक्टर आरती डोगरा ने कहा कि अजमेर जिले में 487 सैकंडरी व सीनियर सैकंडरी स्कूल हैं। इनमे से 69 में आईसीटी लैब के लिए आईओसी तथा शिक्षा विभाग के बीच एमओयू किया गया है। एक स्कूल में आईसीटी लैब स्थापित करने के लिए 3 लाख 3 हजार रूपए का खर्च आएगा। इनमे से 25 प्रतिशत राशि यानि करीब 52 लाख रूपए आईओसी द्वारा दिए जाएंगे। जिले में वर्तमान में 240 स्कूलों में आईसीटी लैब स्थापित है। अजमेर शहर के 50 स्कूलों को स्मार्ट सिटी योजना के तहत स्मार्ट क्लास रूम तैयार किए जाएंगे। विधायक एवं सांसद कोष से 15 स्कूलों तथा डीएमएफटी के तहत 43 स्कूलों में आईसीटी लैब स्थापित होगी। जिले के शेष रहे 113 स्कूलों में भी आईओसी की आर्थिक सहायता से आईसीटी लैब बनायी जाएगी।
इस अवसर पर आईओसी के डीजीएम सीएसआर शशांक शेखर एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
अजमेर जिले के 69 सैकंडरी व सीनियर सैकंडरी स्कूलों में कम्प्यूटर लैब स्थापना के लिए आईओसी व शिक्षा विभाग के बीच एमओयू शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी और जिला कलेक्टर आरती डोगरा की उपस्थिति में संपन्न हुआ। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की बजट घोषणा के अनुसार प्रदेश के 7 हजार स्कूलों में कम्प्यूटर लैब स्थापित किए जाएंगे। उसके तहत 25 प्रतिशत राशि जन सहभागिता से मिलने पर 75 प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत वहन की जा रही है। राज्य सरकार चाहती है कि प्रदेश के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले सभी विद्यार्थी कम्प्यूटर तकनीक में सक्षम हों।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के एक लाख 63 हजार शिक्षकों को कम्प्यूटर का प्रशिक्षण दिया गया है। शिक्षकों को भी कम्पयूटर शिक्षा में पारंगत करने के लिए राज्य सरकार पूरी गम्भीरता के साथ काम कर रही है। इसके साथ ही विभिन्न योजनाओं के तहत विद्यार्थियों को लैपटॉप दिए गए हैं। आने वाले समय में राजस्थान के विद्यार्थी तकनीकि रूप से सबसे श्रेष्ठ होंगे।
जिला कलेक्टर आरती डोगरा ने कहा कि अजमेर जिले में 487 सैकंडरी व सीनियर सैकंडरी स्कूल हैं। इनमे से 69 में आईसीटी लैब के लिए आईओसी तथा शिक्षा विभाग के बीच एमओयू किया गया है। एक स्कूल में आईसीटी लैब स्थापित करने के लिए 3 लाख 3 हजार रूपए का खर्च आएगा। इनमे से 25 प्रतिशत राशि यानि करीब 52 लाख रूपए आईओसी द्वारा दिए जाएंगे। जिले में वर्तमान में 240 स्कूलों में आईसीटी लैब स्थापित है। अजमेर शहर के 50 स्कूलों को स्मार्ट सिटी योजना के तहत स्मार्ट क्लास रूम तैयार किए जाएंगे। विधायक एवं सांसद कोष से 15 स्कूलों तथा डीएमएफटी के तहत 43 स्कूलों में आईसीटी लैब स्थापित होगी। जिले के शेष रहे 113 स्कूलों में भी आईओसी की आर्थिक सहायता से आईसीटी लैब बनायी जाएगी।
इस अवसर पर आईओसी के डीजीएम सीएसआर शशांक शेखर एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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