बेटे-पोतों और पढ़पोतों ने देखी अपने दादा-दादी की 'अनूठी शादी'
टोंक। राजस्थान के टोंक से एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां पर 50 साल पहले एक-दूसरे को देखे बिना शादी करने वाले 359 जोड़ों ने अपने बच्चों और अन्य रिश्तेदारों के सामने 7 फेरों के अलावा शादी की अन्य सभी रस्में दोबारा से निभाईं। इस अनूठे सामूहिक विवाह महोत्सव का आयोजन डिग्गी कस्बे में किया गया, जिसमें आज से 50 साल पहले शादी करने वाली दंपतियों ने अपने जीवनसाथी को कांपते हाथों से गुलाब दिया तो लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इस दौरान दोबारा से शादी की रस्में निभाने वाली दंपतियों के परिजनों और रिश्तेदारों ने जमकर ठुमके लगाए।
इस अनूठे सामूहिक विवाह महोत्सव के तहत सभी दंपतियों को शाही बग्गी में बैठाकर शोभायात्रा निकाली गई। समारोह स्थल पर महिला संगीत, मेहंदी, हल्दी की रस्म, वरमाला सहित विभिन्न सामाजिक क्रियाओं का आयोजन किया गया और 359 जोड़ों ने अपने बेटी, पोते, दोहीते, पढ़पोते सहित अपने परिवारजन व रिश्तेदारों की उपस्थिति में एक दूसरे के साथ शादी की रस्में निभाकर 50 साल पुरानी यादों को एक बार फिर से ताजा किया। इसके बाद केक काटकर एक-दूसरे को खिलाया।
अग्रवाल चौरासी के तत्वावधान में आयोजित स्वर्ण महोत्सव में 50 साल अपने दांपत्य जीवन के व्यतीत करने के बाद समाज व परिवार के लोगों के साथ अपनी शादी की गोल्डन जुबली मनाने पर पुरानी यादें ताजा हो गई। दोपहर में समारोह स्थल पर महिला संगीत का आयोजन किया गया तथा अग्र गौरव जोड़ों की मेहंदी, हल्दी की रस्म, वरमाला, केक काटने सहित विभिन्न सामाजिक क्रियाओं का आयोजन किया गया। समारोह में कोटा, भीलवाड़ा, उदयपुर, जयपुर, देवली, निवाई, टोंक, उनियारा, बनेठा, मालपुरा, डिग्गी, लावा, पीपलू, फागी, पचेवर, टोरडी सहित प्रदेश के लगभग 16 जिलों के 15 हजार अग्रवाल समाज के लोगों ने भाग लिया।
समारोह में विधायक कन्हैयालाल चौधरी, जिला प्रमुख सरोज नरेश बंसल समेत कई नेतागण शामिल हुए। समारोह में आसपास के कई गांव-शहरों सहित प्रदेश के करीब 16 जिलों के 15 हजार लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर पूर्व पालिका अध्यक्ष अनिल मित्तल ने कहा कि ऐसे आयोजन से समाज में आपसी प्रेम व भाईचारा बढ़ता है तथा समाज के लोगों को परस्पर मिलने का अवसर मिलता है।
50 साल पुरानी यादें हुई ताजा
अग्रवाल समाज चौरासी के तत्वावधान में आयोजित स्वर्ण महोत्सव में 50 साल अपने दांपत्य जीवन के व्यतीत करने के बाद समाज व परिवार के लोगों के साथ अपनी शादी की गोल्डन जुबली मनाने पर पुरानी यादें ताजा हो गई। आयोजकों की ओर से पुराने गीतों पर सभी प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। 359 अग्र दंपति जोड़ों ने अपने बेटी,पोते, दोहीते, पढ़पोते सहित अपने परिवारजन व रिश्तेदारों की उपस्थिति में अगर दंपत्ति जोड़ों ने एक दूसरे के हल्दी लगाकर रस्म अदा की , वही अगर दंपतियों के मेहंदी भी लगाई गई और एक दूसरे को माला पहनाकर 50 साल पुरानी यादों को एक बार फिर से ताजा किया। इसके बाद दोनों ने केक को काटकर एक दूसरे को खिलाया।
80 फीट लंबा साफा पहनाकर सम्मान किया गया
अग्रवाल समाज 84 के संरक्षक हुकुमचंद जैन का सभी पदाधिकारियों ने 80 फीट लंबे साफा पर को पहना कर सम्मान किया गया। समारोह में हीरक अग्र गौरव दंपत्ति का सौभाग्य भंवर लाल व मूली देवी जैन ने, मुख्य अग्र गौरव दंपत्ति बनने का सौभाग्य हुकम चंद जैन प्रेम देवी निवाई, झंडारोहण राजेंद्र कुमार चंवरिया वाले माधोराजपुरा ने, चित्र अनावरण हेमराज, टीकमचंद माधोराजपुरा वाले जयपुर ने व द्वीप प्रवज्वलन बाबूलाल, विनोद कुमार नेवटा वाले जयपुर ने प्राप्त किया। अग्रवाल समाज चौरासी अध्यक्ष अनिल सुराशाही, मंत्री विनोद नेवटा, युवा परिषद अध्यक्ष संजय संघी टोंक, महिला परिषद अध्यक्ष इन्दू मित्तल केकड़ी, बालिका परिषद् अध्यक्ष अन्तिमा जैन पीपलू, अनिता रांटा, संरक्षक त्रिलोक चंद जैन, पूर्व प्रधान फागी सुकुमार झण्डा सहित समिति के पदाधिकारियों की ओर से अतिथियों का स्वागत किया गया।
No comments