दलित महिला का अपहरण कर दो दिनों तक सुनसान बीहड में दुष्कर्म
चूरू। चूरू जिले की तारानगर तहसील के गांव मेघसर की 30 वर्षीय दलित महिला को अगवा कर सामुहिक दुष्कर्म करने का मामला तारानगर थाने में दर्ज हुआ है। इस मामले में गांव कणाउं निवासी विनोद, बनवारी, हंसराज और दो अन्य साथी नामजद आरोपी हैं, जिन्होंने मिलकर उस वक्त वारदात को अंजाम दिया, जब विवाहिता अपनी ससुराल मेघसर से अपने पीहर बिन्यू गांव जा रही थी।
साहवा बस स्टेण्ड के पास से उसे सड़क पर चलते हुए गाड़ी में डालकर अगवा कर लिया गया और फिर उसे नशीला पदार्थ सुंघाकर सुनसान बीहड में ले जाकर विनोद और बनवारी ने दो दिन तक उसे सामुहिक दुष्कर्म का शिकार बना डाला।
तारानगर पुलिस ने पीडिता की रिपोर्ट पर आईपीसी की धारा 366, 376 डी तथा एससी एक्ट की धारा 3 में मामला दर्ज कर पीडिता का चूरू के राजकीय भरतीया अस्पताल में मेडिकल बोर्ड से मेडिकल करवाया। पीडिता ने बताया कि वह अपने ससुराल से पीहर जा रही थी। साहवा में बस बदलने के लिए बस से उतरी और दूसरी बस में बैठने के लिए पैदल जा रही थी, तभी एक सफेद बोलेरो गाड़ी आकर रूकी, जिसमें से विनोद ने जबरदस्ती उसका हाथ पकड़कर गाडी में डाल लिया।
गाडी में बनवारी और तीन अन्य आरोपी पहले से ही मौजूद थे। वह चिल्लाती उससे पहले ही उन्होंने उसे नशीला पदार्थ सुंघा दिया, जिससे वह अपनी सुधबुध खो बैठी। वे लोग उसे कणाउं गांव की तरफ सुनसान बीहड़ में ले गये और दो दिनों तक दुष्कर्म किया। दो दिन बाद वे उसे साहवा बस स्टेण्ड छोडकर चले गये, जिसके बाद उसने अपनी आपबीती परिजनों को बताई। बहरहाल, पीड़िता का मेडिकल बोर्ड से मेडिकल करवाया गया है और तारानगर पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।
साहवा बस स्टेण्ड के पास से उसे सड़क पर चलते हुए गाड़ी में डालकर अगवा कर लिया गया और फिर उसे नशीला पदार्थ सुंघाकर सुनसान बीहड में ले जाकर विनोद और बनवारी ने दो दिन तक उसे सामुहिक दुष्कर्म का शिकार बना डाला।
तारानगर पुलिस ने पीडिता की रिपोर्ट पर आईपीसी की धारा 366, 376 डी तथा एससी एक्ट की धारा 3 में मामला दर्ज कर पीडिता का चूरू के राजकीय भरतीया अस्पताल में मेडिकल बोर्ड से मेडिकल करवाया। पीडिता ने बताया कि वह अपने ससुराल से पीहर जा रही थी। साहवा में बस बदलने के लिए बस से उतरी और दूसरी बस में बैठने के लिए पैदल जा रही थी, तभी एक सफेद बोलेरो गाड़ी आकर रूकी, जिसमें से विनोद ने जबरदस्ती उसका हाथ पकड़कर गाडी में डाल लिया।
गाडी में बनवारी और तीन अन्य आरोपी पहले से ही मौजूद थे। वह चिल्लाती उससे पहले ही उन्होंने उसे नशीला पदार्थ सुंघा दिया, जिससे वह अपनी सुधबुध खो बैठी। वे लोग उसे कणाउं गांव की तरफ सुनसान बीहड़ में ले गये और दो दिनों तक दुष्कर्म किया। दो दिन बाद वे उसे साहवा बस स्टेण्ड छोडकर चले गये, जिसके बाद उसने अपनी आपबीती परिजनों को बताई। बहरहाल, पीड़िता का मेडिकल बोर्ड से मेडिकल करवाया गया है और तारानगर पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।
No comments