'पद्मावती' के विरोध में चित्तौड़गढ़ किला बंद, प्रदर्शन के दौरान हुई फायरिंग
चित्तौड़गढ़। बॉलीवुड फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली की 1 दिसंबर को रिलीज होने वाली फिल्म 'पद्मावति' को लेकर देशभर में विरोध की आग भड़कती जा रही है। फिल्म में चित्तौड़गढ़ की रानी पद्मिनी का गलत तरीके से चित्रण एवं इतिहास से छेड़छाड़ किए जाने का आरोप लगाकर इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगाए जाने की मांग की जा रही है।
इसी क्रम में राजपूत समाज की ओर से किए गए आह्वान पर आज चित्तौड़गढ़ किले को बंद रखा गया और किले पर प्रदर्शन कर फिल्म का विरोध किया गया। इस प्रदर्शन के दौरान उस वक्त सनसनी फेल गई, जब प्रदर्शन के दौरान किसी ने हवाई फायर कर दिया। हालांकि फायरिंग के तुरंत बाद ही किले पर तैनात पुलिसकर्मियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर हालात पर काबू पा लिया।
जानकारी के अनुसार पद्मावती के विरोध में बंद का आह्वान पर चित्तौड़गढ़ किले के द्वार पर जाने वाले रास्ते को रोक कर धरना दिया जा रहा था। धरनास्थल पर युवाओं व बुजुर्गों के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थीं। दोपहर में करीब डेढ़ हजार प्रदर्शनकारी धरने पर थे और वहां भाषण चल रहा था। इस दौरान मुख्य गेट के सामने एक युवक ने हवाई फायर कर सनसनी फैला दी।
प्रदर्शन के दौरान अचानक से हुई फायरिंग से वहां मौजूद लोगों में सनसनी फेल गई। हालांकि गनीमत रही कि इस फायरिंग से किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ और तनाव भी फैलने से बच गया। वहीं फायरिंग के तुरंत बाद किले पर सुरक्षा व्यवस्था में मौजूद पुलिस अधिकारी हरकत में आ गए और पुलिस जाब्ते को अलर्ट कर दिया गया।
हालांकि अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि गोली चलाने वाला युवक कौन था और वह कौनसे संगठन से जुड़ा हुआ है। पुलिस ने युवक की पहचान कर ली है, लेकिन प्रदर्शन के मौजूद लोगों की भीड़ में टकराव की स्थिति बनने से रोकने के मद्देनजर उसे फिलहाल गिरफ्तार नहीं किया जा सका।
इसी क्रम में राजपूत समाज की ओर से किए गए आह्वान पर आज चित्तौड़गढ़ किले को बंद रखा गया और किले पर प्रदर्शन कर फिल्म का विरोध किया गया। इस प्रदर्शन के दौरान उस वक्त सनसनी फेल गई, जब प्रदर्शन के दौरान किसी ने हवाई फायर कर दिया। हालांकि फायरिंग के तुरंत बाद ही किले पर तैनात पुलिसकर्मियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर हालात पर काबू पा लिया।
जानकारी के अनुसार पद्मावती के विरोध में बंद का आह्वान पर चित्तौड़गढ़ किले के द्वार पर जाने वाले रास्ते को रोक कर धरना दिया जा रहा था। धरनास्थल पर युवाओं व बुजुर्गों के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थीं। दोपहर में करीब डेढ़ हजार प्रदर्शनकारी धरने पर थे और वहां भाषण चल रहा था। इस दौरान मुख्य गेट के सामने एक युवक ने हवाई फायर कर सनसनी फैला दी।
प्रदर्शन के दौरान अचानक से हुई फायरिंग से वहां मौजूद लोगों में सनसनी फेल गई। हालांकि गनीमत रही कि इस फायरिंग से किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ और तनाव भी फैलने से बच गया। वहीं फायरिंग के तुरंत बाद किले पर सुरक्षा व्यवस्था में मौजूद पुलिस अधिकारी हरकत में आ गए और पुलिस जाब्ते को अलर्ट कर दिया गया।
हालांकि अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि गोली चलाने वाला युवक कौन था और वह कौनसे संगठन से जुड़ा हुआ है। पुलिस ने युवक की पहचान कर ली है, लेकिन प्रदर्शन के मौजूद लोगों की भीड़ में टकराव की स्थिति बनने से रोकने के मद्देनजर उसे फिलहाल गिरफ्तार नहीं किया जा सका।
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