जयपुर में डेयरी कैशियर से लूट के मामले में पुलिस के हाथ लगे सीसीटीवी फुटेज
जयपुर। राजधानी जयपुर के नन्दपुरी इलाके में 8 लाख रुपए की लूट के इरादे से डेयरी बूथ के एक कलेक्शन एजेंट को गोली मारने वाले बदमाश घटना के दूसरे दिन भी पुलिस की पकड़ से दूर है। जयपुर पुलिस ने इन लुटेरों का पता लगाने के लिए छह स्पेशल टीमों का गठन किया है। पुलिस टीमें संदिग्ध बदमाशों को थाने लाकर पूछताछ कर रही है और लुटेरों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। लेकिन फिलहाल लुटेरों के बारे में कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है।
सोडाला एसीपी नेमसिंह ने बताया कि पुलिस की अलग अलग पहलू पर जांच कर रही है। साथ ही कमिश्नरेट की स्पेशल टीम तकनीकी जांच में जुटी हुई है। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाशों के भागने वाले रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों को पुलिस टीमें खंगाल रही है। घटनास्थल से आधा किलोमीटर दूर हवा सड़क के पास लुटेरों की तस्वीरें सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई है।
सीसीटीवी में एक पॉवर बाइक पर तीन युवक जाते नजर आ रहे हैं और उनके चेहरों पर रुमाल बांधा हुआ है। प्रत्यक्षदर्शी लोगों को भी ये फुटेज दिखाई गई है, उन्होंने ही इन संदिग्ध युवकों के वारदात में शामिल होने की बात कही है। पुलिस टीमें अब अन्य सीसीटीवी देखकर लुटेरों का पता लगाने में जुटी है।
वहीं, मृतक ओमप्रकाश शर्मा का घटना के दूसरे दिन एसएमएस अस्पताल के मुर्दाघर में पोस्टमार्टम करवाया गया और शव परिजनों को सौंप दिया गया है। मृतक के परिजनों का आरोप है कि एसएमएस अस्पताल में डॉक्टरों ने समय पर नहीं संभाला। इसी वजह से ओमप्रकाश की मौत हो गई। वहीं मृतक ओमप्रकाश शर्मा के परिजनों ने मानवता का परिचय देते हुए ओमप्रकाश की दोनों आंखें नेत्रदान सोसायटी को दान की है।
मृतक के बड़े भाई उमाशंकर ने बताया कि घटना के आधे घंटे बाद वे ओमप्रकाश शर्मा को लेकर एसएमएस ट्रोम सेन्टर पहुंच गए थे। दोपहर का समय होने के बावजूद भी इमरजेंसी से डॉक्टर्स नदारद थे। जो वहां मौजूद थे वे चैम्बर में नाश्ता कर रहे थे। हड़बड़ाए परिजनों ने डॉक्टरों को तुरंत इलाज करने को कहा तो डॉक्टर बिफर गए और सुरक्षाकर्मियों को बुलाकर परिजनों को धक्के मारकर बाहर निकाल दिया गया। करीब डेढ घंटे बाद ही डॉक्टरों ने ओमप्रकाश को मृत घोषित कर दिया।
गौरतलब है कि मृतक ओमप्रकाश डेयरी बूथ कलेक्शन एजेंट था और करीब पंद्रह साल से यही काम करता था। सोमवार दोपहर को नन्दपुरी में तीन बदमाशों ने उन पर हमला किया और पौने आठ लाख रुपयों से भरा बैग लूटने का प्रयास किया। बैग नहीं लूट पाने पर लुटेरों ने ओमप्रकाश को गाली मार दी थी। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व डेयरी बूथ से केश कलेक्शन करने वाले एजेंट्स के साथ पिछले साल भी तीन-चार वारदातें हुई है। उन घटनाओं के आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार भी कर चुकी है। पुलिस उन्हीं बदमाशों से इस वारदात के बारे में बात करके आरोपियों का पता लगा रही है।
सोडाला एसीपी नेमसिंह ने बताया कि पुलिस की अलग अलग पहलू पर जांच कर रही है। साथ ही कमिश्नरेट की स्पेशल टीम तकनीकी जांच में जुटी हुई है। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाशों के भागने वाले रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों को पुलिस टीमें खंगाल रही है। घटनास्थल से आधा किलोमीटर दूर हवा सड़क के पास लुटेरों की तस्वीरें सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई है।
सीसीटीवी में एक पॉवर बाइक पर तीन युवक जाते नजर आ रहे हैं और उनके चेहरों पर रुमाल बांधा हुआ है। प्रत्यक्षदर्शी लोगों को भी ये फुटेज दिखाई गई है, उन्होंने ही इन संदिग्ध युवकों के वारदात में शामिल होने की बात कही है। पुलिस टीमें अब अन्य सीसीटीवी देखकर लुटेरों का पता लगाने में जुटी है।
वहीं, मृतक ओमप्रकाश शर्मा का घटना के दूसरे दिन एसएमएस अस्पताल के मुर्दाघर में पोस्टमार्टम करवाया गया और शव परिजनों को सौंप दिया गया है। मृतक के परिजनों का आरोप है कि एसएमएस अस्पताल में डॉक्टरों ने समय पर नहीं संभाला। इसी वजह से ओमप्रकाश की मौत हो गई। वहीं मृतक ओमप्रकाश शर्मा के परिजनों ने मानवता का परिचय देते हुए ओमप्रकाश की दोनों आंखें नेत्रदान सोसायटी को दान की है।
मृतक के बड़े भाई उमाशंकर ने बताया कि घटना के आधे घंटे बाद वे ओमप्रकाश शर्मा को लेकर एसएमएस ट्रोम सेन्टर पहुंच गए थे। दोपहर का समय होने के बावजूद भी इमरजेंसी से डॉक्टर्स नदारद थे। जो वहां मौजूद थे वे चैम्बर में नाश्ता कर रहे थे। हड़बड़ाए परिजनों ने डॉक्टरों को तुरंत इलाज करने को कहा तो डॉक्टर बिफर गए और सुरक्षाकर्मियों को बुलाकर परिजनों को धक्के मारकर बाहर निकाल दिया गया। करीब डेढ घंटे बाद ही डॉक्टरों ने ओमप्रकाश को मृत घोषित कर दिया।
गौरतलब है कि मृतक ओमप्रकाश डेयरी बूथ कलेक्शन एजेंट था और करीब पंद्रह साल से यही काम करता था। सोमवार दोपहर को नन्दपुरी में तीन बदमाशों ने उन पर हमला किया और पौने आठ लाख रुपयों से भरा बैग लूटने का प्रयास किया। बैग नहीं लूट पाने पर लुटेरों ने ओमप्रकाश को गाली मार दी थी। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व डेयरी बूथ से केश कलेक्शन करने वाले एजेंट्स के साथ पिछले साल भी तीन-चार वारदातें हुई है। उन घटनाओं के आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार भी कर चुकी है। पुलिस उन्हीं बदमाशों से इस वारदात के बारे में बात करके आरोपियों का पता लगा रही है।
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