समय पर एवं गुणवत्तापूर्ण हाें कार्य : कलेक्टर
अजमेर। जिला कलेक्टर आरती डोगरा ने बुधवार को पंचायत समिति सरवाड एवं अराई क्षेत्र में नरेगा एवं जल स्वावलंबन अभियान के कार्यो का आकस्मिक निरीक्षण किया तथा मौके पर ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
जिला कलेक्टर ने बुधवार को सरवाड़ पंचायत समिति की नरेगा योजनान्तर्गत ग्राम पंचायत सोकलिया में 14.67 लाख रूपये की लागत के चल रहे बड़ा तालाब पर मिट्टी कार्य, सोकली में 14.34 लाख रूपये की लागत के राम सागर पर मिट्टी कार्य, प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत ग्राम गोयला में लाभार्थी रामप्यारी, मीरा एवं जमनी बाई के मकानों पर जाकर कार्य को देखा। जिला कलेक्टर ने नरेगा कार्यो का निरीक्षण दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि श्रमिकों को लगाये जाने से पूर्व फार्म नं. 6 की पूर्ति कराई जाये। कार्य स्थल पर छाया, पानी एवं आया की व्यवस्थायें सही पायी गयी। उन्होंने श्रमिकों के जॉब कार्ड एवं मस्टररोल को देखा। जिला कलक्टर ने निर्देश दिये कि व्यक्तिगत लाभ के कार्यो के प्रस्ताव ग्राम सभा में लेकर अधिक से अधिक कराये जाये। कार्य गुणवत्तापूर्ण हो तथा समय पर पूर्ण हो, इसका ध्यान रखा जाये। उन्होंने अनुसूचित जाति के परिवारों के लिए खेत सुधार के कार्यो को भी प्राथमिकता से कराये जाने की जरूरत बतायी।
जिला कलेक्टर ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत प्रथम किश्त दिये जाने वाले लाभार्थी के घर जाकर कार्य आरंभ होने को देखा। उन्होंने कहा कि जिन आबादी क्षेत्र पर योजनान्तर्गत स्वीकृति जारी की गयी है, वहां लाभार्थी के नाम से पट्टा जारी किया जाना चाहिए। इसके लिए प्रार्थना पत्र तैयार कर न्याय आपके द्वार शिविरों में पट्टे जारी किये जा सकते है। गोयला गांव में ऎसे 30 परिवार है जिनको पट्टे जारी किये जाने है।
जिला कलेक्टर ने अंराई पंचायत समिति के बोराड़ा गांव में भी मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान तृतीय चरण के तहत कार्यो का अवलोकन किया। उन्होंने बोराड़ा के अटल सेवा केन्द्र, पशु चिकित्सालय एवं किसान सेवा केन्द्र पर दो-दो लाख रूपये की लागत से बन रहे रूफ वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर के कार्यो को भी देखा तथा संतोष प्रकट किया। जिला कलक्टर ने अभियान के तहत ही डेढ़-डेढ़ लाख रूपये की लागत से बन रहे फार्म पौण्ड के कार्यो को भी देखा। इन पॉण्डों में वर्षा का जल एकत्रित होगा, जिससे आसपास का क्षेत्र में जल स्तर ऊंचा हो सकेगा। उन्होंने बोराड़ा गांव में कृषि विभाग द्वारा अभियान के तहत खेत पर कराये जा रहे पाईप लाईन के कार्य का भी निरीक्षण किया। उन्होंने काश्तकार से भी बातचीत की। काश्तकार ने बताया कि इस कार्य से उसे पहले फसल में आने वाले लागत में तीस प्रतिशत की बचत होगी। उसका पुरा परिवार खेती के कार्य से जूड़ा हुआ है।
इस मौके पर सरवाड़ के उपखण्ड अधिकारी सूरज सिंह नेगी सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।
जिला कलेक्टर ने बुधवार को सरवाड़ पंचायत समिति की नरेगा योजनान्तर्गत ग्राम पंचायत सोकलिया में 14.67 लाख रूपये की लागत के चल रहे बड़ा तालाब पर मिट्टी कार्य, सोकली में 14.34 लाख रूपये की लागत के राम सागर पर मिट्टी कार्य, प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत ग्राम गोयला में लाभार्थी रामप्यारी, मीरा एवं जमनी बाई के मकानों पर जाकर कार्य को देखा। जिला कलेक्टर ने नरेगा कार्यो का निरीक्षण दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि श्रमिकों को लगाये जाने से पूर्व फार्म नं. 6 की पूर्ति कराई जाये। कार्य स्थल पर छाया, पानी एवं आया की व्यवस्थायें सही पायी गयी। उन्होंने श्रमिकों के जॉब कार्ड एवं मस्टररोल को देखा। जिला कलक्टर ने निर्देश दिये कि व्यक्तिगत लाभ के कार्यो के प्रस्ताव ग्राम सभा में लेकर अधिक से अधिक कराये जाये। कार्य गुणवत्तापूर्ण हो तथा समय पर पूर्ण हो, इसका ध्यान रखा जाये। उन्होंने अनुसूचित जाति के परिवारों के लिए खेत सुधार के कार्यो को भी प्राथमिकता से कराये जाने की जरूरत बतायी।
जिला कलेक्टर ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत प्रथम किश्त दिये जाने वाले लाभार्थी के घर जाकर कार्य आरंभ होने को देखा। उन्होंने कहा कि जिन आबादी क्षेत्र पर योजनान्तर्गत स्वीकृति जारी की गयी है, वहां लाभार्थी के नाम से पट्टा जारी किया जाना चाहिए। इसके लिए प्रार्थना पत्र तैयार कर न्याय आपके द्वार शिविरों में पट्टे जारी किये जा सकते है। गोयला गांव में ऎसे 30 परिवार है जिनको पट्टे जारी किये जाने है।
जिला कलेक्टर ने अंराई पंचायत समिति के बोराड़ा गांव में भी मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान तृतीय चरण के तहत कार्यो का अवलोकन किया। उन्होंने बोराड़ा के अटल सेवा केन्द्र, पशु चिकित्सालय एवं किसान सेवा केन्द्र पर दो-दो लाख रूपये की लागत से बन रहे रूफ वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर के कार्यो को भी देखा तथा संतोष प्रकट किया। जिला कलक्टर ने अभियान के तहत ही डेढ़-डेढ़ लाख रूपये की लागत से बन रहे फार्म पौण्ड के कार्यो को भी देखा। इन पॉण्डों में वर्षा का जल एकत्रित होगा, जिससे आसपास का क्षेत्र में जल स्तर ऊंचा हो सकेगा। उन्होंने बोराड़ा गांव में कृषि विभाग द्वारा अभियान के तहत खेत पर कराये जा रहे पाईप लाईन के कार्य का भी निरीक्षण किया। उन्होंने काश्तकार से भी बातचीत की। काश्तकार ने बताया कि इस कार्य से उसे पहले फसल में आने वाले लागत में तीस प्रतिशत की बचत होगी। उसका पुरा परिवार खेती के कार्य से जूड़ा हुआ है।
इस मौके पर सरवाड़ के उपखण्ड अधिकारी सूरज सिंह नेगी सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।
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