जेएलएन के हृदय रोग विभाग के बाहर बनेगा आश्रय स्थल, शिक्षा राज्यमंत्री व महापौर ने किया शिलान्यास
अजमेर। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी एवं नगर निगम के महापौर धर्मेंद्र गहलोत ने आज राजकीय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय के हृदय रोग विभाग के पास आश्रय स्थल का शिलान्यास किया। नगर निगम द्वारा 50 लाख रूपए की लागत से इस आश्रय स्थल का निर्माण करवाया जा रहा है। यहां पर रोगियों के परिजन परिचय पत्र दिखाकर ठहर सकेंगे।
जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रत्येक वर्ग के कल्याण के लिए कार्य किया है। पिछले साढ़े चार सालों में हमारा प्रयास रहा है कि अजमेर की चिकित्सा व्यवस्था को भी सशक्त और समृद्ध बनाया जाए। जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में 25 करोड़ से अधिक के कार्य करवाए गए हैं। इस वित्तीय वर्ष में भी चिकित्सालय विकास के लिए 30 करोड़ से अधिक बजट प्रावधान रखा गया है।
उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में मरीजों के परिजनों के लिए भी सुविधाएं बढ़ाने का प्रयास किया गया है। चिकित्सालय में मुख्य परिसर में पूर्व में आश्रय स्थल स्थापित किया जा चुका है। इसके साथ ही उनके बैठने एवं विश्राम के लिए शेड तैयार कराए गए हैं। परिजनों को मात्र 10 रूपए में पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
महापौर धर्मेंद्र गहलोत ने कहा कि नगर निगम द्वारा एनयूएलएम के तहत इस आश्रय स्थल का निर्माण कराया जा रहा है। इसमें दो फ्लोर पर 50-50 लोगों के रहने की व्यवस्था होगी। एक फ्लोर पर महिला एवं एक फ्लोर पर पुरूषों के रहने की व्यवस्था होगी। यह आश्रय स्थल परिचय पत्र दिखाकर मरीज के परिजनों के लिए निःशुल्क उपलब्ध रहेगा। निगम द्वारा विभिन्न स्थानों पर आश्रय स्थल संचालित किए जा रहे है।
इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ़ आर.के.गोखरू, अस्पताल अधीक्षक डॉ. अनिल जैन सहित अन्य चिकित्सक एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रत्येक वर्ग के कल्याण के लिए कार्य किया है। पिछले साढ़े चार सालों में हमारा प्रयास रहा है कि अजमेर की चिकित्सा व्यवस्था को भी सशक्त और समृद्ध बनाया जाए। जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में 25 करोड़ से अधिक के कार्य करवाए गए हैं। इस वित्तीय वर्ष में भी चिकित्सालय विकास के लिए 30 करोड़ से अधिक बजट प्रावधान रखा गया है।
उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में मरीजों के परिजनों के लिए भी सुविधाएं बढ़ाने का प्रयास किया गया है। चिकित्सालय में मुख्य परिसर में पूर्व में आश्रय स्थल स्थापित किया जा चुका है। इसके साथ ही उनके बैठने एवं विश्राम के लिए शेड तैयार कराए गए हैं। परिजनों को मात्र 10 रूपए में पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
महापौर धर्मेंद्र गहलोत ने कहा कि नगर निगम द्वारा एनयूएलएम के तहत इस आश्रय स्थल का निर्माण कराया जा रहा है। इसमें दो फ्लोर पर 50-50 लोगों के रहने की व्यवस्था होगी। एक फ्लोर पर महिला एवं एक फ्लोर पर पुरूषों के रहने की व्यवस्था होगी। यह आश्रय स्थल परिचय पत्र दिखाकर मरीज के परिजनों के लिए निःशुल्क उपलब्ध रहेगा। निगम द्वारा विभिन्न स्थानों पर आश्रय स्थल संचालित किए जा रहे है।
इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ़ आर.के.गोखरू, अस्पताल अधीक्षक डॉ. अनिल जैन सहित अन्य चिकित्सक एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
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