जयपुर में कला और पर्यटन पर अंतरराष्ट्रीय लघु फिल्मों का समारोह
जयपुर। राजस्थान दिवस में आयोजित विभिन्न समारोहों में 'कला और पर्यटन पर अंतराष्ट्रीय लघु फ़िल्मों का समारोह (IFFC-IV)' इंद्रलोक ऑडिटोरियम, जयपुर में 28, 29 और 30 मार्च, 2017 को मनाया जा रहा है। राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा स्पॉन्सर किया ये समारोह विश्व में कला और पर्यटन पर आयोजित होने वाला एकमात्र प्रतिस्पर्धात्मक समारोह है।
IFFC-I में 30 देशों की फ़िल्में, IFFC-II में 33 देशों की फ़िल्में और IFFC-III में 51 देशों की फ़िल्में दिखाई गईं। इस वर्ष IFFC-IV में प्रतिस्पर्धा के लिए 102 देशों की 1503 फ़िल्में आई थीं, जिनमें से चुनी हुई 128 फ़िल्में, 9 शानदार सुनहरी मूर्तियां जीतने के लिए हिस्सा ले रही हैं। यह एक कीर्तिमान है। विश्व के लगभग सभी देशों में इस समारोह की चर्चा है। दरअसल, यह समारोह एक ब्रांड बन गया है। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी जूरी-मंडल में सुप्रसिद्ध फ़िल्म और टीवी कलाकार, निर्माता और निर्देशक होंगे।
पिछले समारोहों में फ़िल्म जगत के मशहूर कलाकारों ने हिस्सा लिया। इनमें बासु चटर्जी, शशि कपूर, जितेंद्र, हेमा मालिनी, मौसमी चटर्जी, ख़ुशबू, सयाजी शिंदे, एन. चंद्रा, हरीश भिमानी, रमा विज, डॉक्टर कृष्णा शाह, जगमोहन मूंदड़ा, प्रकाश झा, रज़ा मुराद, अकबर खान और अनेकों देश विदेश के कलाकार प्रमुख हैं।
इस समारोह में लघु फ़िल्मों के प्रतिभाशाली निर्माताओं को आशा की एक किरण नज़र आ रही है और इस समारोह ने मृतप्राय भारतीय लघु फ़िल्मों में जान फूंकने का काम किया है। विश्व में लघु फ़िल्मों में क्रांतिकारी प्रयोग हो रहे हैं। वहां लघु फ़िल्में व्यावसायिक हो रही हैं, पर हमारे देश में यह विधा अब भी नई है।
IFFC-I में 30 देशों की फ़िल्में, IFFC-II में 33 देशों की फ़िल्में और IFFC-III में 51 देशों की फ़िल्में दिखाई गईं। इस वर्ष IFFC-IV में प्रतिस्पर्धा के लिए 102 देशों की 1503 फ़िल्में आई थीं, जिनमें से चुनी हुई 128 फ़िल्में, 9 शानदार सुनहरी मूर्तियां जीतने के लिए हिस्सा ले रही हैं। यह एक कीर्तिमान है। विश्व के लगभग सभी देशों में इस समारोह की चर्चा है। दरअसल, यह समारोह एक ब्रांड बन गया है। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी जूरी-मंडल में सुप्रसिद्ध फ़िल्म और टीवी कलाकार, निर्माता और निर्देशक होंगे।
पिछले समारोहों में फ़िल्म जगत के मशहूर कलाकारों ने हिस्सा लिया। इनमें बासु चटर्जी, शशि कपूर, जितेंद्र, हेमा मालिनी, मौसमी चटर्जी, ख़ुशबू, सयाजी शिंदे, एन. चंद्रा, हरीश भिमानी, रमा विज, डॉक्टर कृष्णा शाह, जगमोहन मूंदड़ा, प्रकाश झा, रज़ा मुराद, अकबर खान और अनेकों देश विदेश के कलाकार प्रमुख हैं।
इस समारोह में लघु फ़िल्मों के प्रतिभाशाली निर्माताओं को आशा की एक किरण नज़र आ रही है और इस समारोह ने मृतप्राय भारतीय लघु फ़िल्मों में जान फूंकने का काम किया है। विश्व में लघु फ़िल्मों में क्रांतिकारी प्रयोग हो रहे हैं। वहां लघु फ़िल्में व्यावसायिक हो रही हैं, पर हमारे देश में यह विधा अब भी नई है।
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