जे.एल.एन चिकित्सालय में होंगे 30 करोड़ के विकास कार्य : देवनानी
अजमेर। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि संभाग के सबसे बड़े राजकीय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं मेडिकल काॅलेज में इस साल 30 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्य करवाए जाएंगे। अस्पताल में मरीजों के परिजनों के लिए सुविधाएं तथा आपातकालीन वार्ड में एक ही छत के नीचे विभिन्न जांचें एवं उपचार उपलब्ध कराए जाएंगे। अजमेर का आपातकालीन वार्ड प्रदेश के सभी अस्पतालों की आपातकालीन इकाइयों से अलग तथा अधिकतम सुविधाओं वाला होगा।
शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने आज जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में निर्माणाधीन आपातकालीन वार्ड का निरीक्षण कर मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. आर.के. गोखरू तथा चिकित्सालय के अधीक्षक डाॅ. अनिल जैन से चर्चा की। उन्होंने कामकाज की धीमी गति पर नाराजगी जताते हुए सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इसे 15 जुलाई तक हर हाल में तैयार कर लिया जो ताकि मरीजों को जल्द से जल्द यहां उपचार प्राप्त हो सके।
देवनानी ने कहा कि इस वर्ष चिकित्सालय तथा मेडिकल काॅलेज में सुविधाओं के विस्तार, निर्माण तथा उपकरण खरीद आद पर करीब 30 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके लिए वित्त विभाग से बजट की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि राशि का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करें । इसके साथ ही चिकित्सालय में अन्य सुविधाओं के विस्तार पर भी चर्चा की गई। उन्होंने निर्देश दिए कि अस्पताल में आपातकालीन वार्ड के सामने बगीचे को मरीजों के परिजनों के लिए खोला जाए। साथ ही अस्पताल में परिजनों के बैठने के लिए शेड, पानी, शौचालय आदि सुविधाओं का भी विस्तार किया जाए।
उन्होंने बताया कि अस्पताल का नवनिर्मित आपातकालीन वार्ड प्रदेश के सभी चिकित्सालयों के आपातकालीन वार्डों से अनूठा तथा सर्वसुविधायुक्त होगा। यहां एक ही छत के नीचे मरीजों को विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यहां 60 बेड का आपातकालीन चिकित्सा वार्ड भी तैयार किया गया है ताकि गंभीर रोगियों को आपात चिकित्सा के लिए एक ही स्थान पर सभी तरह की जांचें एवं उपचार उपलब्ध हों। इस अवसर पर उनके साथ चिकित्सालय एवं सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने आज जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में निर्माणाधीन आपातकालीन वार्ड का निरीक्षण कर मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. आर.के. गोखरू तथा चिकित्सालय के अधीक्षक डाॅ. अनिल जैन से चर्चा की। उन्होंने कामकाज की धीमी गति पर नाराजगी जताते हुए सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इसे 15 जुलाई तक हर हाल में तैयार कर लिया जो ताकि मरीजों को जल्द से जल्द यहां उपचार प्राप्त हो सके।
देवनानी ने कहा कि इस वर्ष चिकित्सालय तथा मेडिकल काॅलेज में सुविधाओं के विस्तार, निर्माण तथा उपकरण खरीद आद पर करीब 30 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके लिए वित्त विभाग से बजट की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि राशि का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करें । इसके साथ ही चिकित्सालय में अन्य सुविधाओं के विस्तार पर भी चर्चा की गई। उन्होंने निर्देश दिए कि अस्पताल में आपातकालीन वार्ड के सामने बगीचे को मरीजों के परिजनों के लिए खोला जाए। साथ ही अस्पताल में परिजनों के बैठने के लिए शेड, पानी, शौचालय आदि सुविधाओं का भी विस्तार किया जाए।
उन्होंने बताया कि अस्पताल का नवनिर्मित आपातकालीन वार्ड प्रदेश के सभी चिकित्सालयों के आपातकालीन वार्डों से अनूठा तथा सर्वसुविधायुक्त होगा। यहां एक ही छत के नीचे मरीजों को विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यहां 60 बेड का आपातकालीन चिकित्सा वार्ड भी तैयार किया गया है ताकि गंभीर रोगियों को आपात चिकित्सा के लिए एक ही स्थान पर सभी तरह की जांचें एवं उपचार उपलब्ध हों। इस अवसर पर उनके साथ चिकित्सालय एवं सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
No comments